बड़ी कारोबारी कंपनियों का हब बनेगा नोएडा का जेवर एयरपोर्ट, 80 एकड़ में होगा कार्गो टर्मिनल
Noida Airport: यूपी में बन रहा नोएडा एयरपोर्ट विकास के नए द्वार खोलने जा रहा है. आपको बता दे कि ये एयरपोर्ट न केवल इस क्षेत्र की औद्योगिक क्षमताओं को नई ऊंचाई देगा, बल्कि यहां के आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
Noida Airport: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जो ग्रेटर नोएडा के जेवर में बन रहा है, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में विकास के नए द्वार खोलने जा रहा है. यह एयरपोर्ट न केवल इस क्षेत्र की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगा, बल्कि इसे एक प्रमुख व्यापार और औद्योगिक केंद्र के रूप में भी उभारेगा.
यमुना प्राधिकरण क्षेत्र बनेगा देश का सबसे बड़ा एयर कार्गो हब
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के कारण यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में देश का सबसे बड़ा एयर कार्गो हब बनने की तैयारी है. इस हब का मुख्य उद्देश्य यहां के उत्पादों को तेजी से और प्रभावी तरीके से पूरी दुनिया तक पहुंचाना है. इसके लिए बड़े पैमाने पर कोल्ड स्टोरेज और अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के डिपो बनाए जा रहे हैं.
सफल वैलिडेशन ट्रायल और उड़ानों की तैयारी
एयरपोर्ट पर विमानों का वैलिडेशन ट्रायल सफलतापूर्वक पूरा हो चुका है। जल्द ही यहां से उड़ानें शुरू होने की योजना है. इसके बाद इस क्षेत्र से निर्यात होने वाला सारा सामान, जैसे मोबाइल फोन, रेडीमेड गारमेंट्स, फल और सब्जियां, इसी एयरपोर्ट के माध्यम से भेजा जाएगा.
बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर का निर्माण
कार्गो और यात्री ट्रैफिक को ध्यान में रखते हुए एयरपोर्ट के आसपास सड़कों का मजबूत नेटवर्क बनाया जा रहा है. चौड़ी और मजबूत सड़कों के जरिए बड़े ट्रकों और कार्गो गाड़ियों की आवाजाही को सुगम बनाया जाएगा.
80 एकड़ में बन रहा विशाल कार्गो टर्मिनल
एयरपोर्ट के पहले चरण में 37 एकड़ में कार्गो टर्मिनल का निर्माण किया जा रहा है, जिसे भविष्य में 80 एकड़ तक विस्तारित किया जाएगा. यह अब तक का सबसे बड़ा कार्गो टर्मिनल होगा, जिसकी शुरुआती क्षमता प्रति वर्ष 2 लाख टन माल परिवहन की होगी.
औद्योगिक क्रांति का केंद्र
गौतमबुद्ध नगर पहले से ही देश में मोबाइल निर्माण का हब है. यहां 2000 से अधिक मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट हैं, जिनमें सैमसंग का दुनिया का सबसे बड़ा मोबाइल निर्माण प्लांट शामिल है. इसके अलावा ओप्पो और वीवो जैसे ब्रांड्स भी यहां उत्पादन कर रहे हैं. जल्द ही क्षेत्र में कई सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स भी स्थापित होंगी.