गाजियाबाद: मुरादनगर में श्मशान घाट में हुए हादसे में मृतकों की संख्या 25 पहुंच गई है. इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें ईओ, जेई और भवन निर्माण के कॉन्ट्रैक्टर को पुलिस ने अपनी गिरफ्त में लिया है. हालांकि मुख्य आरोपी ठेकेदार अजय त्यागी फरार चल रहा है. उसे पकड़े में पुलिस की चार टीमें लगी हुईं. वहीं खबर है कि हादसे से गुस्साए परिजनों ने गाजियाबाद-मेरठ रोड पर जाम लगा दिया है.


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नगर पालिका मुरादनगर की अधिशासी अधिकारी (EO) निहारिका सिंह, जूनियर इंजीनियर चंद्रपाल सिंह, सुपरवाइजर आशीष और ठेकेदार अजय त्यागी के खिलाफ IPC की धारा 304, 337, 338, 437, 409 में एफआईआर (FIR) दर्ज की गई थी. 


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जेई दो महीने पहले ही हो चुका रिटायर
बता दें कि श्मशान घाट के भवन का निर्माण कॉन्ट्रैक्टर अजय त्यागी ने करवाया था. अजय त्यागी ने जब मार्च में इस बिल्डिंग का कॉन्ट्रैक्ट लिया, उस वक्त मुरादनगर नगर पालिका में कोई जेई नहीं था. ऐसे में मोदीनगर नगर पालिका से अटैच जई चंद्रपाल सिंह की देख रेख में इस कॉरिडोर का निर्माण कार्य हुआ. गौरतलब है कि जेई चंद्रपाल सिंह 2 महीने पहले ही रिटायर हो चुके हैं.


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बेटे ने दी थी शिकायत
अपने पिता का अंतिम संस्कार करने पहुंचे दीपक ने शिकायत दर्ज कराई. दीपक ने आरोप लगाया है कि मुरादनगर नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी और अन्य अफसरों ने ठेकेदार अजय त्यागी के साथ मिलीभगत करके घटिया निर्माण सामग्री का इस्तेमाल किया. जिसकी वजह से यह हादसा हुआ है.


मुरादनगर कस्बे में रविवार सुबह श्मशान घाट में अंतिम संस्कार करने लोग पहुंचे थे. इस दौरान बारिश के चलते श्मशान घाट में निर्माणाधीन भवन की छत भरभरा कर गिर पड़ी, जिसमें कई लोग दब गए. अब तक इस हादसे में 25 लोगों की मौत हो चुकी है. इस हादसे पर पीएम मोदी और राष्ट्रपति ने दुख जताया है. सीएम ने मृतकों के आश्रितों को 2-2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करने के भी निर्देश दिए हैं और मण्डलायुक्त मेरठ और एडीजी मेरठ जोन को घटना के संबंध में रिपोर्ट पेश करने को कहा था. 


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