UP Politics: माफिया बनाम मठाधीश पर घिरे अखिलेश, अयोध्या उपचुनाव में कितनी भारी पड़ेगी ये बयानबाजी
UP Politics: अखिलेश यादव का माफिया बनाम मठाधीश वाला बयान सियासी तूल पकड़ता जा रहा है. संत समाज औऱ साधुओं ने अखिलेश के इस बयान को अपमानजनक करार दिया है.
CM Yogi Vs Akhilesh Yadav: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पिछले कुछ दिनों में भाजपा नेताओं पर अपने सियासी हमलों की रणनीति बदली है. अब उनके निशाने पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक या केशव प्रसाद मौर्य नहीं हैं. सीएम योगी पर अब वो सीधे हमला कर रहे हैं, बुलडोजर एक्शन, आरक्षण विवाद के बाद सुल्तानपुर लूट कांड में मंगेश यादव के पुलिस एनकाउंटर को लेकर जातिगत समीकरण साधना इसी रणनीति का हिस्सा है. हालांकि सीएम योगी पर निजी हमलों को लेकर अखिलेश घिरते नजर आ रहे हैं.
सुल्तानपुर पुलिस मुठभेड़ को फर्जी करार देते हुए अखिलेश यादव ने यहां तक कह डाला था कि मठाधीश और माफिया में ज्यादा अंतर नहीं होता. अखिलेश यादव के मठाधीश और माफिया के बराबर खड़ा करने वाले बयान को लेकर संतों में आक्रोश है. इसका असर आने वाले दिनों में अयोध्या की मिल्कीपुर समेत यूपी की दस विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव पर भी हो सकता है.
संतो ने कहा, अखिलेश यादव का बयान निंदनीय ही नहीं चिंतनीय भी है. स्वामी शिवयोगी मौनी महाराज ने कहा मठाधीश समाज में श्रद्धा का केंद्र माने जाते हैं. राष्ट्र और समाज की सेवा में मठाधीश की अहम भूमिका है. यह हमारी सनातन संस्कृति की रक्षा करने के साथ ही संस्कार भी देते हैं. माफिया से मठाधीश की तुलना करने वाला बयान संत समाज को स्वीकार्य नहीं है.
माफिया, चोर और हत्यारों का मठाधीश से तुलना वाला बयान मूर्खतापूर्ण है. उप चुनाव में मुसलमानों का वोट लेने के लिए अखिलेश ने संत महात्मा को अपमानित करने वाला बयान दिया है.स्वामी शिवयोगी मौनी महराज ने कहा संत महात्मा को गाली देकर कोई नेता राज नहीं कर सकता है. अखिलेश यादव को उन्होने मानसिक इलाज कराने की नसीहत दी. धर्म गुरु ने कहा, यह दोष अखिलेश का नहीं बल्कि उनके संस्कार का है. यहां के संस्कार और शिक्षा के बारे में अखिलेश यादव को कोई जानकारी नहीं है. समय किसी को नहीं छोड़ता है, ऐसा कुछ न बोलिए की ईश्वर का श्राप लग जाए.
अखिलेश यादव ने इससे पहले बुलडोजर एक्शन को लेकर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के दौरान भी ऐसी ही टिप्पणी की थी. उन्होंने सत्ता में आने पर बुलडोजर का रुख गोरखपुर की ओर मोड़ देने का ऐलान किया था. इसका जवाब देते हुए सीएम योगी ने कहा था, बुलडोजर चलाना हर किसी के बूते का नहीं है. हर किसी का हाथ इस पर फिट नहीं होता. इसको लेकर भी दोनों नेताओं में तीखी जुबानी जंग चली थी.
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