Makhana Farming Tips: यूपी में सुपर फूड मखाना की खेती करने वाले किसानों की आय बढ़ेगी. यूपी की योगी सरकार मखाना की खेती करने वाले किसानों को प्रोत्‍साहित करने का फैसला लिया है. योगी सरकार इन किसानों को प्रति हेक्‍टेयर के हिसाब से भारी छूट देने जा रही है. इसकी शुरुआत पूर्वांचल के जिलों से की जा रही है. 


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योगी सरकार करेगी मदद 
योगी सरकार पूर्वांचल के गोरखपुर मंडल के मखाना किसानों को प्रोत्‍साहित करने करने जा रही है. गोरखपुर, उससे सटे कुशीनगर और महाराजगंज में मखाना की अच्‍छी खेती हो रही है. सरकार इन जिलों में 33 हेक्‍टेयर मखाना उत्‍पादन का लक्ष्‍य रखा है. देवरिया में भी मखाना की खेती शुरू हो चुकी है. इन जिलों की जलवायु मिथिला जैसी है, जो मखाना उत्पादन के लिए अनुकूल साबित हो सकती है. 


ऐसे जगह कर सकते हैं मखाना की खेती 
दरअसल, गोरखपुर मंडल में तालाबों की संख्या अधिक है. इन क्षेत्रों में ज्‍यादा समय तक जलभराव रहता है. ऐसे में यहां किसान मखाना की खेती कर सकते हैं. योगी सरकार भी इनकी आय बढ़ाने के लिए प्रोत्‍साहन कर रही है. योगी सरकार मखाना किसानों को 40 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर अनुदान देने जा रही है. करीब एक लाख रुपये की लाख मखाना की खेती एक हेक्टेयर करने में लगती है. इसमें अब सरकार लागत का 40 प्रतिशत छूट मिलेगी. एक हेक्टेयर में मखाना की औसत पैदावार 25 से 29 क्विंटल होती है. वर्तमान में बाजार में इसकी कीमत एक हजार रुपये प्रति किलो है.


कैसे करते हैं मखाना की खेती 
जानकारी के मुताबिक, जिस खेत में मखाना की खेती करनी हो, उसे तालाब जैसा रूप दें. इसके बाद उस खेत में करीब तीन फीट तक पानी भर दें. इसके बाद नवंबर महीने में मखाना की नर्सरी लगाएं. इसके चार महीने बाद मखाना की पौध की रोपाई करें. इसके लगभग पांच महीने बाद पौधों में फूल लगने शुरू हो जाते हैं. इसकी कटाई अक्टूबर-नवंबर में शुरू होती है. नर्सरी से लेकर कटाई तक तकरीबन दस महीने का समय लगता है. 


 



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