Aligarh News: अलीगढ़ में बवाल, प्राचीन मंदिर में तोड़ी श्रीराम की मूर्तियां, हिंदू वादियों ने किया प्रदर्शन
Aligarh News: अलिगढ़ में असमाजिक तत्वों ने माहौल बिगाड़ने की की कोशिश की है. यहां सिविल लाइन क्षेत्र में प्राचीन मंदिर में प्रभु राम की मूर्ति तोड़े का मामला आया है. इसके बाद हिंदू वादियों के द्वारा जमकर प्रदर्शन किया जा रहा है. जानें क्या है पूरा मामला....
Aligarh: एक ओर जहां पूरा देश अयोध्या में भगवान श्री राम मंदिर के भव्य प्राण- प्रतिष्ठा समारोह को जोर- शोर से तैयारियां चल रही है. इस कार्यक्रम को लेकर पूरे देश में खुशियां मनाई जा रही है, वहीं कुछ असमाजित तत्वों के द्वारा माहौल बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है. अलीगढ़ के सिविल लाइन्स थाना क्षेत्र में अज्ञात लोगों ने एक मंदिर के अंदर प्रभु श्री राम जी की मूर्ति को क्षतिग्रस्त कर दिया. घटना की जानकारी पुजारी को आज दोपहर को तब हुई जब वह मंदिर में सफाई के लिए आए. उन्होंने देखा कि मंदिर में प्रभु राम की मूर्ति के क्षतिग्रस्त किया गया है. इसकी सूचना जैसे ही हिंदू वादियों को लगी तो मौके पर काफी हिंदूवादी इकठ्टा हो गए और उन्होंने जाम लगाते हुए नारेबाजी शुरू कर दी. मौके पर पुलिस भी पहुंच गई है और मामले की जांच कर रही है.
सीओ सिविल लाइन अशोक कुमार सिंह ने बताया कि अभी सूचना प्राप्त हुई की द्वारकापुरी में राम जानकी मंदिर में किसी अराजक तत्व द्वारा मूर्ति खंडित कर दी गई है. इस मामले में अभी तहरीर लिखी जा रही है. तहरीर के आधार पर समुचित धारा में अभियोग पंजीकृत किया जाएगा. सीसीटीवी कैमरा के फुटेज देखे जा रहे हैं. इस मामले की जांच के लिए टीम गठित कर दी गई है. जल्दी ही घटना का खुलासा किया जाएगा और दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई कराई जाएगी. उनकी शिकायत उस पर भी वैधानिक कार्रवाई होगी. रोड जाम करने वालों से भी बातचीत की जा रही है. शीघ्र ही दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी.
पहले भी हो चुकी है ऐसी घटना
18 दिसंबर 2023 को थाना क्षेत्र के बुढ़ासी गांव में स्थित पथवारी माता के मंदिर में बीती रात असामाजिक तत्वों ने श्रीराम दरबार की मूर्तियां तोड़ डालीं थी. 18 दिसंबर सुबह पूजा पाठ करने पहुंचे श्रद्धालुओं ने प्रतिमाएं क्षतिग्रस्त देखकर जमकर हंगामा किया. पुलिस ने नई मूर्तियां स्थापित करने का वादा कर लोगों को शांत कराया. इस मामले में अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. ग्रामीणों ने आरोप लगाए थे कि पहले भी दो बार देव मूर्तियां क्षतिग्रस्त की गई थी.