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शेर से कम खूंखार नहीं भेड़िया, दस गुना बड़े जीव का कर लेता है शिकार

बहराच और सीतापुर में भेड़ियो की टोली के आतंक के बाद भेड़िया लगातार खबरों में है. कुत्ते की प्रजाति का ये जंगली जानवर बहुत ही चालाक और खूंखार होता है. आइये भेड़िये के बारे में आपको कुछ रोचक जानकारियां देते हैं.

भेड़िया: स्वाभिमानी और वफादार जानवर

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भेड़िया: स्वाभिमानी और वफादार जानवर

भेड़िया एक अत्यंत स्वाभिमानी और वफादार जानवर होता है, जो अपने झुंड के प्रति अत्यधिक निष्ठावान होता है। यदि किसी एक भेड़िये पर भी हमला होता है, तो पूरा झुंड मिलकर उसका सामना करता है. समाज में भेड़ियों के प्रति एक अलग ही धारणा है, जिसे बदलना जरूरी है.

भेड़ियों के प्रति समाज की धारणा

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भेड़ियों के प्रति समाज की धारणा

कई फिल्मों और कहानियों में भेड़ियों को रहस्यमयी या भूतिया प्राणियों के रूप में दिखाया गया है, जैसे "जंगल बुक" और "गेम ऑफ थ्रोन्स". हालांकि, भेड़िए वास्तव में इससे बिल्कुल अलग होते हैं और उनके बारे में कई रोचक तथ्य हैं, जिन्हें जानना आवश्यक है.

भेड़िया: शेर से भी आगे

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भेड़िया: शेर से भी आगे

भेड़ियों ने सदियों से मानव कल्पना को प्रभावित किया है, लेकिन वे ऐसे चुनिंदा जानवरों में से हैं जिन्होंने इंसानों की गुलामी कभी स्वीकार नहीं की. जबकि इंसान ने शेर से लेकर जहरीले सांप तक को पालतू बनाया है, लेकिन भेड़िया अपनी आजादी और स्वाभिमान के लिए जाना जाता है.

भेड़ियों की सामाजिक संरचना

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भेड़ियों की सामाजिक संरचना

भेड़िये सामाजिक प्राणी होते हैं जो हमेशा झुंड में रहना पसंद करते हैं। एक झुंड में आमतौर पर 5 से 20 भेड़िये होते हैं। वे एक-दूसरे के प्रति बहुत वफादार होते हैं और एक साथ मिलकर अपने झुंड की रक्षा करते हैं।

भेड़िये का शारीरिक स्वरूप

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भेड़िये का शारीरिक स्वरूप

भेड़ियों की शारीरिक बनावट उनकी प्रजाति और जलवायु के अनुसार बदलती रहती है. वे आमतौर पर लंबे पैरों, लंबी पूंछ, और नुकीले दांतों वाले होते हैं. उनके फर का रंग मौसम के अनुसार बदलता रहता है, और उनकी आंखें पीले या हरे रंग की होती हैं.

भेड़ियों का शिकार करने का तरीका

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भेड़ियों का शिकार करने का तरीका

भेड़िये मांसाहारी होते हैं और हिरण, खरगोश, और छोटे स्तनधारी जानवरों का शिकार करते हैं. ये अक्सर समूह में योजना बनाकर शिकार करते हैं, अपनी तेज गति और धारदार दांतों का उपयोग करते हैं. वे 36 से 38 मील प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकते हैं.

भेड़िये का इंसानों पर हमले का कारण

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भेड़िये का इंसानों पर हमले का कारण

भेड़िये आमतौर पर इंसानों से दूर रहना पसंद करते हैं, लेकिन कुछ दुर्लभ मामलों में वे मानवों पर हमला कर सकते हैं. इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे भोजन की कमी, क्षेत्रीय विवाद, रोग, और मनुष्यों द्वारा उकसाया जाना.

भोजन की कमी के कारण हमला

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भोजन की कमी के कारण हमला

जब भेड़ियों के प्राकृतिक शिकार की कमी हो जाती है, तो वे भोजन की तलाश में मानव बस्तियों की ओर आ सकते हैं. खासकर घायल या बीमार भेड़ियों को अतिरिक्त भोजन की आवश्यकता होती है.

क्षेत्रीय विवाद के कारण हमला

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क्षेत्रीय विवाद के कारण हमला

अगर कोई मानव भेड़िये के क्षेत्र में घुसता है, तो भेड़िया इसे अपनी सुरक्षा के लिए खतरा मानता है और हमलावर हो सकता है. भेड़िये अपने क्षेत्र की रक्षा के लिए आक्रामक रवैया अपनाते हैं.

रोग और उकसाए जाने के कारण हमला

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रोग और उकसाए जाने के कारण हमला

कुछ भेड़िये रोगग्रस्त होने के कारण आक्रामक हो जाते हैं. इसके अलावा, अगर मनुष्य उन्हें उकसाते हैं या चिढ़ाते हैं, तो भेड़िये इंसानों पर हमला कर सकते हैं. ऐसे मामलों में वे अधिक आक्रामक और अस्थिर हो सकते हैं.