Jalaun: कुत्ते के काटने से 2 साल की मासूम की मौत,बच्ची के नोचने से 40 संक्रमित
Jalaun News: जालौन में एक आवारा कुत्ते ने 2 साल की मासूम को काट लिया, जिसके बाद उसकी मासूम की मौत हो गई. वहीं मौत से पहले मासूम ने परिवार व गांव के 40 लोगों को खेल-खेल में नोच लिया था. इससे अब बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हो गए हैं.
जितेन्द्र सोनी/ जालौन : यूपी के जालौन में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां गली के आवारा कुत्ते ने 2 साल की मासूम को काट लिया था, जिसके बाद उसकी मासूम की मौत हो गई. वहीं बच्ची की मौत से पहले उसने खेल-खेल में परिवार व गांव के 40 लोगों को काट लिया. मासूम की मौत के बाद अब ग्रामीण सीएचसी में रैबीज का इंजेक्शन लगवा रहे हैं. मासूम के पिता का कहना है कि ससुराल पक्ष के लोगों ने उसका इलाज न करा कर झाड़-फूंक के चक्कर में पड़े रहे और इस वजह से उसकी मौत हो गई.
पहले कराया झाड़फूंक
पूरा मामला कोंच तहसील के क्योलारी गांव का है. यहां पर कुत्ते से काटने से घायल 2 साल की मासूम बच्ची (काव्या) की मौत हो गई. वहीं बच्ची के परिवार के लोग उसका समय पर इलाज न कराकर झाड़फूंक के चक्कर में पड़े रहे. शुक्रवार को जब मासूम की हालत बिगड़ी तो काव्या उसे जिला अस्पताल ले गए. मासूम की गंभीर अवस्था को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे झांसी के लिए रेफर कर दिया जहां रास्ते में ले जाते वक्त उसकी मौत हो गई. मासूम की मौत के बाद गांव में हड़कंप मच गया. मासूम ने लगभग 40 लोगों को काटा था बॉडी में इंफेक्शन न फैले इस डर से लोग अस्पताल में जाकर रेबीज का इंजेक्शन लगवा रहे ह
बताया जाता है कि क्योलारी गांव के निवासी मोहन कुशवाहा की 2 साल की बेटी काव्या कुछ दिनों पूर्व अपनी मां अनीता देवी के साथ अपने मामा के घर ग्राम हिंडोखरा गई हुई थी. जहां पर उसे किसी बीमार कुत्ते ने काट लिया था परिवार वालों ने किसी ओझा से झाड़फूंक करवा ली थी, उसके बाद उन्हें लगा कि बच्ची अब बीमार नहीं होगी. बच्ची जब अपने मां के साथ वापस अपने गांव आई तो उसमें रैबीज की लक्षण दिखाई देने लगे लेकिन फिर भी घर बालों ने ध्यान नहीं दिया.
स्वास्थ्य विभाग हुआ सक्रिय
बच्ची के द्वारा करीब 40 से अधिक लोग उसके नोचने और काटने से घायल हुए लेकिन तब भी किसी का ध्यान उसकी हरकतों पर नहीं गया. शुक्रवार को जब बच्ची गम्भीर रूप से बीमार हो गयी तब परिवार बाले उसे उपचार के लिए जिला अस्पताल ले गए, जहां उसे झांसी के लिए रिफर कर दिया गया जहां पर रास्ते में उसकी मौत हो गयी. वहीं, सीएचसी के चीफ फार्मासिस्ट राजकुमार मिश्रा एवं बीरेन्द्र सिंह ने बताया कि ग्राम क्योलारी से 40 से अधिक लोग रैबीज का इंजेक्शन लगवाने के लिए अस्पताल आ चुके है यह संख्या और भी बढ़ सकती है उनके पास रैबीज के इंजेक्शन पर्याप्त उपलब्ध है.
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