Jhansi Fire Incident: जिगर का टुकड़ा जिंदा भी है या नहीं, आंखों में आंसू लिए पूछ रहे परिजन, आग लगते ही स्टॉफ के भागने का दावा
Jhansi News: झांसी मेडिकल कॉलेज के एसएमसीयू वार्ड में हुए अग्निकांड की जांच के लिए फॉरेंसिक टीम पहुंची है. घटनास्थल से सबूत एकत्रित किए जा रहे हैं, और वीडियोग्राफी व फोटोग्राफी की जा रही है. इस मामले में सीएम योगी ने कहा कि लापरवाही पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
Jhansi News: झांसी के रानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार रात एसएमसीयू वार्ड में आग लगने की घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया. आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी, जिसके बाद कई नवजात बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला गया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तत्काल संज्ञान लेते हुए बचाव कार्य तेज़ी से चलाने का निर्देश दिया, जिसके परिणामस्वरूप 15-20 मिनट में 54 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला गया और पीकू वार्ड में शिफ्ट किया गया.
मुख्यमंत्री राहत कोष से 5 लाख रुपये की सहायता
मृतक बच्चों के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से 5-5 लाख रुपये की सहायता दी गई. इसके अलावा, घायलों के परिजनों को भी 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की गई. सीएम योगी ने कहा कि सरकार प्रभावित परिवारों के साथ खड़ी है और हर संभव मदद प्रदान करेगी. डिप्टी सीएम बृजेश पाठक और प्रमुख सचिव स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन ने भी घटनास्थल का दौरा किया और बचाव कार्यों का निरीक्षण किया.
राज्य सरकार ने फायर सेफ्टी पर भी बयान दिया और बताया कि मेडिकल कॉलेज में सभी फायर फाइटिंग उपकरण पूरी तरह से कार्यशील थे, और फायर सेफ्टी ऑडिट भी किया गया था. इस घटना की जांच के लिए तीन स्तरीय प्रक्रिया शुरू की गई है, जिसमें स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशासन और मजिस्ट्रेट की टीम शामिल है.
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