कानपुर: बिकरू गांव में ​गैंगस्टर विकास दुबे का मकान ढहाने के मामले में नया ट्विस्ट आया है. पुलिस द्वारा 4 जुलाई 2020 की शाम 7:07 बजे दर्ज एफआईआर संख्या 196 में विकास दुबे के किलेनुमा घर को ढहाने की अलग ही कहानी बयां की गई है. इस एफआईआर के मुताबिक गैंगस्टर का मकान पुलिस ने नहीं ढहाया, बल्कि जर्जर हो चुकी दीवारें भार नहीं सह सकीं और मकान खुद-ब-खुद गिर गया. पुलिस के मुताबिक उसने तो सिर्फ जेसीबी से मलबा हटाया था.


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तत्कालीन चौबेपुर एसओ विनय तिवारी ने दर्ज की थी यह एफआईआर
तत्कालीन चौबेपुर एसओ विनय तिवारी की ओर से आर्म्स एक्ट की धाराओं में दर्ज एफआईआर में कहा गया है कि 4 जुलाई को मुखबिर से पता चला कि विकास के घर में दीवारें खोखली कर उनमें हथियार और गोला-बारूद छिपाए जाते हैं, ऊपर से ईटें लगाकर ऐसे ढंका जाता है कि किसी को भनक तक न लगे. मुखबिर की इस सूचना पर पुलिस टीम विकास के बिकरू गांव वाले घर पहुंची. पुलिस को दीवारों में दर्जनों स्थानों पर गड्ढे बने दिखे. कुछ दीवारें खोदने पर अंदर सबकुछ खोखला मिला.


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पुलिस के मुताबिक घर अपने आप ढहा, उसने केवल मलबा हटाया था
एफआईआर के मुताबिक दीवारें खोखली थीं, जो छत का भार उठाने में सक्षम नहीं थीं. मकान की दीवारें खोदकर हथियार बरामद करना खतरे का काम काम था, इसलिए जेसीबी की मदद ली गई. पुलिस ने भी लगभग दो दर्जन स्थानों पर खुदाई की, इसमें तमंचा व कुछ दूसरे हथियारों के साथ बारूद बरामद हुआ. तलाशी के दौरान गैंगस्टर का मकान भरभरा कर ढह गया. तब पुलिस ने तलाशी के लिए जेसीबी से सिर्फ मलबा हटवाया.


विकास दुबे के घर पर जेसीबी चलने का वीडियो खूब वायरल हुआ था 
आपको बता दें कि 2 जुलाई की रात तत्कालीन बिल्हौर सीओ देवेंद्र मिश्र समेत 8 पुलिस कर्मियों की हत्या के बाद विकास दुबे और उसके गुर्गे फरार थे. पुलिस उनकी तलाश में दबिश दे रही थी. वहीं, 4 जुलाई को विकास दुबे के घर पर जेसीबी चलते हुए दर्जनों वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगे. विकास के घर खड़े वाहनों को भी जेसीबी से तोड़ने का वीडियो वायरल हुआ था. अब पुलिस ने जो एफआईआर दर्ज की है, उसमें लिखा है कि जेसीबी का प्रयोग अपने आप ढहे घर का मलबा हटाने के लिए हुआ था.


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