लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोरोना मरीजों की लागातर बढ़ती संख्या से सरकार के सामने कई चुनौतियां खड़ी हो गई हैं. उत्तर प्रदेश में पिछले एक महीने में लाखों प्रवासी मजदूरों की  वापसी के बाद कोरोना संक्रमण कम्युनिटी स्तर पर फैल चुका है. किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलपति ने प्रदेश की वर्तमान स्थिति को स्टेज 3 यानी कम्युनिटी ट्रांसमिशन करार दिया है.


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UP: कोविड वॉर्ड में फोन रख सकेंगे मरीज, प्रशासन ने अपना फैसला वापस लिया


बीते 30 अप्रैल को उत्तर प्रदेश में केवल 2134 कोरोना संक्रमित थे जिनकी संख्या अब 6 हजार को पार पहुंच गई है. यूपी के सभी 75 जिलों में कोरोना संक्रमण अपने पैर पसार चुका है. सबसे खराब स्थिति आगरा, मेरठ, गौतमबुद्ध नगर, लखनऊ, कानपुर, सहारनपुर, गाजियाबाद, फिरोजाबाद और मुरादाबाद जिलों की है.


केजीएमयू वीसी एमएलबी भट्ट ने कहा, 'अभी भी प्रदेश में 78 हजार से ज्यादा मरीज ऐसे हैं, जिनमें कोरोनो जैसे लक्षण हैं. जबकि कितने मरीज ऐसे हैं जिनमें कोरोना संक्रमण है, लेकिन लक्षण ही नहीं दिख रहे. इसकी जानकारी किसी के पास नही है और ये कोरोना कैरियर्स हैं, जिससे कम्युनिटी ट्रांसमिशन लगातार बढ़ रहा है.'


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डॉक्टर एमएलबी भट्ट ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की जांच और इलाज के लिए केजीएमयू सबसे बड़ा संस्थान है. केजीएमयू ने कोविड-19 स्टेज 3 को देखते हुए अपनी तैयारियाँ बढ़ा दी हैं. एनसीसी कैडेट्स और वेटरनरी डॉक्टरों को भी ट्रेनिंग दी गई है. आने वाले एक हफ्ते में कम्युनिटी स्प्रेड और तेजी से बढ़ने की संभावना है. राहत केवल इतनी है कि कोरोना संक्रमित मरीज अब जल्द ठीक भी हो रहे हैं.


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