मोहित गोमत/बुलंदशहर: भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव भाद्रपद मास में कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि और रोहिणी नक्षत्र में मनाया जाता है. इस दिन को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी या श्रीकृष्ण जयंती के रुप में मनाते हैं. इस साल 30 अगस्त यानी आज श्री कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जा रही है.


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मंदिरों को रंग बिरंगे फूलों और झालरों से सजाया गया
बुलंदशहर में जन्माष्टमी के पर्व पर मंदिरों को रंग बिरंगे फूलों और झालरों से सजाया गया है. मंदिरों में फूलों से कृष्ण भगवान का जहां छत्र बनाया गया है तो वहीं कृष्ण दरबार को भी फूलों से सजाया गया है. बुलंदशहर के ठाकुरद्वारा मंदिर में जन्माष्टमी के उत्सव में जमकर तैयारियां चल रही हैं.


बनाया गया ठाकुर महाराज का विशेष दरबार 
ठाकुर द्वारा मंदिर में दिल्ली से आये कारीगर ठाकुर महाराज का विशेष दरबार बना रहे है. ठाकुर द्वारा मंदिर में जनपद के श्रदालु दर्शन करने पहुंचते हैं. इसके साथ ही गंगा मंदिर में कान्हा के जन्मोत्सव पर्व पर मंदिर को बच्चों के खिलौनों से सजाया गया. कार, बंदूक, पिचकारी, गुब्बारे, दूरबीन और वाटर बोतल से मंदिर को सजाया गया. सजाए गए इन खिलौनों को रात्रि में कान्हा के जन्मोत्सव के बाद प्रसाद के रूप में बच्चों को ही बांटा जाएगा.


होती है श्री कृष्ण के बाल रूप की पूजा 
इस दिन विधि-विधान से भगवान श्री कृष्ण के बाल रूप की पूजा की जाती है. इस दिन भक्त व्रत भी रखते हैं. पूरे देश में बाल गोपाल भगवान श्रीकृष्ण की आराधना की जाएगी और व्रत रखते हुए लोग मंदिरों तथा घरों में भजन व कीर्तन करेंगे.


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