Prayagraj News: प्रयागराज में संगम पर लगने वाला महाकुंभ इस बार कई मायनों में खास होने वाला है. मेले की तैयारी पिछले कई दिनों से युद्ध स्तर पर की जा रही हैं. नवंबर के पहले सप्ताह से महाकुंभ के वैभव कहे जाने वाले अखाड़ों को बसाने का काम शुरू हो जाएगा.


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शिविर के लिए जमीन उपलब्ध कराई जाएगी
महाकुंभ क्षेत्र में अखाड़े के लिए जमीन का आवंटन शुरू किया जाएगा. सबसे पहले सनातन परम्परा के सभी तेरह अखाड़ों के शिविर के लिए जमीन उपलब्ध कराई जाएगी. इसके बाद अखाड़े से जुड़े महामंडलेश्वर, संत और महंत को जमीन आवंटित की जाएगी. इसके साथ ही शंकराचार्य, दंडी बाड़ा, आचार्य बाड़ा और ख़ाक चौक के साधु संतों को भी जमीन आवंटित की जाएगी.


नवंबर के आखिरी में जमीने आवंटित किया जाएगा
प्रयागवाल के तीर्थ पुरोहितों को भी नवंबर के आखिरी में जमीने आवंटित करने का काम शुरू किया जाएगा.  मेला प्राधिकरण ने इस बार मेला क्षेत्र में शिविर की जमीन के लिए ऑफलाइन के साथ ही ऑनलाइन आवेदन का विकल्प भी रखा है.


25 अक्टूबर से शिविर ऑनलाइन प्रक्रिया
देश और दुनियां के किसी भी कोने से सनातन धर्मावलंबियों को शिविर के लिए कोई असुविधा न होने पाए. इसके लिए ऑनलाइन आवेदन की व्यवस्था की गई है. अधिकारियों के मुताबिक, 25 अक्टूबर तक शिविर के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी.
मेला क्षेत्र में अखाड़ों के संतों को जमीनें उपलब्ध कराने के लिए मेला प्राधिकरण दिन-रात कार्यों में जुटा हुआ है. मेला क्षेत्र में युद्ध स्तर पर मिट्टी समतलीकरण का काम किया जा रहा है.


अपर मेला अधिकारी ने महाकुंभ को लेकर क्या कहां?
अपर मेला अधिकारी विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि महाकुंभ को लेकर तैयारियां तेज़ की गई हैं. मेला क्षेत्र में सबसे पहले अखाड़ों के शिविर के लिए जमीनें आवंटित की जाएंगी. इसके बाद अखाड़ों के संत महत्मा और शंकराचार्य के अलावा दंडी बाड़ा, आचार्य बाड़ा, खाक चौक से जुड़े संतों को जमीनें उपलब्ध कराई जाएंगी. सेक्टर 1, 2, 3 और 4 नंबर के अलावा झूंसी क्षेत्र में मिट्टी लेबलिंग का काम तेजी से किया जा रहा है.


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