Terracotta in Mahakumbh 2025: प्रयागराज में इस साल का महाकुंभ विशेष महत्व रखता है, और इस बार एक नया बदलाव देखने को मिल रहा है. साधु-संतों को गंगा जल प्राप्त करने के लिए टेराकोटा की बोतलें प्रदान की जाएंगी. यह खास पहल आजमगढ़ जिले के निजामाबाद के हस्तशिल्प कलाकारों द्वारा की जा रही है, जिन्होंने इस अनोखी परियोजना के लिए अपना योगदान दिया है.


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आजमगढ़ के शिल्पकारों के लिए खुशी का मौका
महाकुंभ में टेराकोटा की बोतलों का उपयोग साधु-संतों को गंगा जल प्रदान करने के लिए किया जाएगा. आजमगढ़ के निजामाबाद में स्थित हस्तशिल्प कलाकारों को इस विशेष कार्य के लिए 1000 बोतलें बनाने का ऑर्डर मिला है. इस ऑर्डर को पूरा करने के लिए 25 कारीगर दिन-रात काम कर रहे हैं.


निजामाबाद की काली मिट्टी
निजामाबाद क्षेत्र में जो खास काली मिट्टी मिलती है, उसका इस्तेमाल कई वर्षों से शिल्पकार विभिन्न उत्पादों के निर्माण के लिए कर रहे हैं. टेराकोटा की बोतलें भी इसी मिट्टी से बनाई जा रही हैं. यह मिट्टी मुलायम होने के साथ-साथ शिल्पकारों के लिए बेहद काम की होती है, जिससे वे आकर्षक और मजबूत डिजाइन तैयार करते हैं. 


"एक जिला एक उत्पाद" योजना से मिली पहचान
एक जिला एक उत्पाद (One District One Product) योजना के तहत ब्लैक पॉटरी को आजमगढ़ की पहचान के रूप में स्थापित किया. टेराकोटा की बोतलों के निर्माण से आजमगढ़ के शिल्पकारों को ऐतिहासिक योगदान देने का अवसर मिला है.


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