Bahraich Hinsa: बहराइच में दुर्गा प्रतिमा विर्सजन के दौरान हुई हिंसा की पूरी तैयारी सुनियोजित तरीके से की गई थी. पुलिस की जांच रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले खुलासे किए गए हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान पत्थरबाजी कर अमन चैन में खलल डालने की तैयारी पहले से ही कर ली गई थी. घटना को अंजाम देने के लिए पहले से ही छत पर पत्थर और ईंट रख ली गई थी. इतना ही नहीं बोतलें भी इकट्ठा कर ली गई थी. अपने मंसूबों को पूरा करने के लिए डीजे पर बज रहे गाने को आधार बनाकर प्लानिंग के तहत गाने का विरोध किया गया. 


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पुलिस रिपोर्ट में बताया गया कि जब विसर्जन जुलूस में शामिल लोगों ने इसका विरोध किया तो योजना के मुताबिक छतों से ईंट-पत्थर और बोतलें चला कर प्रतिमा खंडित कर दी गई. इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. इसी दौरान रामगोपाल मिश्रा की हत्या हो गई, जिससे माहौल खराब हो गया. जांच रिपोर्ट में मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों की लापरवाही का भी जिक्र किया गया है. बहराइच मामले की पूरी जांच रिपोर्ट जल्द ही डीजीपी को सौंपी जाएगी. 


राम गोपाल मिश्रा की मौत पर पुलिस की अपील 
बहराइच में राम गोपाल मिश्रा की मौत को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह की अफवाहें फैलाई गईं. मृतक युवक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट को लेकर भी भ्रामक जानकारियां दी गईं. पुलिस ने इन्‍हें अफवाह करार दिया है. पुलिस ने लोगों से अपील की है कि अफवाहों पर ध्यान न दें. अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण डॉक्टर पवित्र मोहन त्रिपाठी ने अपील की है कि भ्रामक सूचना न फैलाएं. राम गोपाल की हत्या के संबंध में सोशल मीडिया में साम्प्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने के उद्देश्य से भ्रामक सूचना जैसे मृतक को करंट लगाना, तलवार से मारना एवं नाखून उखाड़ना आदि बातें फैलाई जा रही हैं, जिसमें कोई सच्चाई नहीं है. राम गोपाल की मौत गोली लगने से हुई है. 


 



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