प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के शताब्दी समारोह में शामिल हुए.वे वर्चुअली इस कार्यक्रम में जुड़े. इस दौरान उनके साथ केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक भी मौजूद रहे. इस मौके पर पीएम मोदी ने यूनिवर्सिटी के 100 साल पूरे होने पर डाक टिकट भी जारी किया. मोदी ने कहा कि अलीगढ़ यूनिवर्सिटी के कैम्पस में एक भारत-श्रेष्ठ भारत की भावना मजबूत रहे. हम किस मजहब में पले, इससे बड़ी बात यह कि हमारी आकांक्षाएं देश से कैसे जुड़ें.
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11.45 बजे: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब हम एक लक्ष्य के साथ आगे बढ़ेंगे, तो कुछ तत्व ऐसे होते हैं जिन्हें इससे दिक्कत होगी. वो तत्व हर समाज में हैं, लेकिन हमें इन सबसे आगे बढ़कर देश के लिए काम करना चाहिए. पिछली शताब्दी में मतभेदों के नाम पर काफी वक्त जाया हो गया है, लेकिन अब वक्त ना गंवाते हुए नये भारत, आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को पूरा करना है.11.38 बजे: पीएम मोदी ने कहा कि सोसायटी में सत्ता के अलावा दूसरे भी मसकद हैं. राजनीति से ऊपर भी समाज को आगे बढ़ाना चाहिए. यह काम AMU के साथी छात्र कर सकते हैं. हां, जरूरत है कि राष्ट्रनिर्माण को हमेशा राजनीति के चश्मे से न देखा जाए. नए भारत का निर्माण के लिए एकजुट होकर काम करना होगा. हमें नया भारत, आत्मनिर्भर भारत बनाना है.
Medical education को लेकर भी बहुत काम किया गया है।
6 साल पहले तक देश में सिर्फ 7 एम्स थे। आज देश में 22 एम्स हैं।
शिक्षा चाहे Online हो या फिर Offline, सभी तक पहुंचे, बराबरी से पहुंचे, सभी का जीवन बदले, हम इसी लक्ष्य के साथ काम कर रहे हैं: PM
— PMO India (@PMOIndia) December 22, 2020
11.30 बजे: पीएम मोदी ने कहा कि 100 साल पूरे होने पर उन्होंने छात्रों को एक टास्क दिया. उन्होंने कहा कि क्यों न यहां के छात्र-छात्राएं स्वतंत्रता सेनानियों की जानकारी जुटाएं. फ्रीडम फाइटर के लिए काम करें, उनके गांव जाएं, वहां से जानकारी जुटाएं और देश के सामने लाएं. उन्होंने मांग कि डिजिटल माध्यम से लोगों के सामने जानकारी जुटाएं. उन्होंने कहा कि हमारा एक लक्ष्य होना चाहिए कि भारत को सबसे आगे कैसे रखें. पीएम ने कहा कि समाज में वैचारिक मतभेद होते हैं, लेकिन जब बात देश की हो तो सारे मतभेदों को किनारे रख देना चाहिए. पीएम मोदी ने कहा कि AMU के सौ साल पूरे हो रहे हैं, ऐसे में सौ हॉस्टल के छात्र कुछ रिसर्च करें. आजादी के 75 साल पूरे होने के मौके पर ऐसे स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में रिसर्च करें, जिनके बारे में अबतक काफी कम लोग जानते हैं. इनमें 75 आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी, 25 महिला स्वतंत्रता सेनानी के बारे में जानकारी इकट्ठा करें. पीएम मोदी ने साथ ही पुरानी पांडुलिपी को डिजिटल क्षेत्र के जरिए दुनिया के सामने लाएं.
आज देश जो योजनाएँ बना रहा है वो बिना किसी मत मजहब के भेद के हर वर्ग तक पहुँच रही हैं।
बिना किसी भेदभाव, 40 करोड़ से ज्यादा गरीबों के बैंक खाते खुले।
बिना किसी भेदभाव, 2 करोड़ से ज्यादा गरीबों को पक्के घर दिए गए।
बिना किसी भेदभाव 8 करोड़ से ज्यादा महिलाओं को गैस मिला: PM
— PMO India (@PMOIndia) December 22, 2020
11.27 बजे: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जो देश का है, वो हर देशवासी है. पीएम मोदी ने कहा कि कुछ वक्त पहले AMU के एक पूर्व छात्र ने उनसे बात करते हुए बताया. कभी मुस्लिम बेटियों का स्कूल से ड्रॉप आउट रेट 70 फीसदी से अधिक था, कई दशकों से ऐसी ही स्थिति थी. लेकिन स्वच्छ भारत मिशन के बाद अब ये घटकर 30 फीसदी तक रह गया है. पीएम मोदी बोले कि AMU में भी अब 35 फीसदी तक मुस्लिम बेटियां पढ़ रही हैं. इसकी फाउंडर चांसलर की जिम्मेदारी बेगम सुल्तान ने संभाली थी. पीएम मोदी बोले कि अगर महिला शिक्षित होती है, तो पूरी पीढ़ी शिक्षित हो जाती है. पीएम मोदी ने बताया कि आज हमारी सरकार ने तीन तलाक से पीड़ित महिलाओं की मदद करने का फैसला लिया.
11.25 बजे: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जो देश का है, वो हर देशवासी है. पीएम मोदी ने कहा कि कुछ वक्त पहले AMU के एक पूर्व छात्र ने उनसे बात करते हुए बताया. कभी मुस्लिम बेटियों का स्कूल से ड्रॉप आउट रेट 70 फीसदी से अधिक था, कई दशकों से ऐसी ही स्थिति थी. लेकिन स्वच्छ भारत मिशन के बाद अब ये घटकर 30 फीसदी तक रह गया है.
मुझे बहुत से लोग बोलते हैं कि एएमयू कैंपस अपने आप में एक शहर की तरह है।
अनेक विभाग, दर्जनों हॉस्टल, हजारों टीचर-छात्रों के बीच एक मिनी इंडिया नजर आता है।
यहां एक तरफ उर्दू पढ़ाई जाती है, तो हिंदी भी। अरबी पढ़ाई जाती है तो संस्कृति की शिक्षा भी दी जाती है।
- पीएम @narendramodi pic.twitter.com/vkfYaCrezo
— BJP (@BJP4India) December 22, 2020
11.22 बजे: पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि सर सैयद का संदेश कहता है कि हर किसी की सेवा करें, चाहे उसका धर्म या जाति कुछ भी हो. ऐसे ही देश की हर समृद्धि के लिए उसका हर स्तर पर विकास होना जरूरी है, आज हर नागरिक को बिना किसी भेदभाव के विकास का लाभ मिल रहा है. पीएम बोले कि नागरिक संविधान से मिले अधिकारों को लेकर निश्चिंत रहे, सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास ही सबसे बड़ा मंत्र है.
11.18 बजे. पीएम मोदी ने बताया कि AMU के चांसलर ने उन्हें कुछ दिन पहले चिट्ठी लिख कोरोना वैक्सीन के मिशन के दौरान हर संभव मदद का भरोसा दिया है. AMU में एक मिनी इंडिया है, यहां उर्दू-हिन्दी-अरबी-संस्कृत पढ़ाई जाती है.
पीएम बोले कि यहां की लाइब्रेरी में कुरान है तो गीता-रामायण के अनुवाद भी हैं. AMU में एक भारत-श्रेष्ठ भारत की अच्छी तस्वीर है. यहां पर इस्लाम को लेकर जो रिसर्च होती है, उससे भारत का इस्लामिक देशों से संबंध अच्छा होता है.
पीएम मोदी का पूरा संबोधन यहां सुनिए.
11.15 बजे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि AMU की दीवारों में देश का इतिहास है, यहां से पढ़ने वाले छात्र दुनिया में देश का नाम रोशन कर रहे हैं. यहां से निकले छात्रों से कई बार विदेश में उनकी मुलाकात हुई, जो हमेशा हंसी-मजाक और शेर-ओ-शायरी के अंदाज में खोए रहते हैं.
11.15 बजे: पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया में जहां भी एएमयू के स्टूडेंट्स हैं, वो भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. मैं सभी को धन्यवाद देता हूं. एएमयू भारत की सांस्कृतिक धरोहर है. कोरोना काल में एएमयू के योगदान के काम को भुलाया नहीं जा सकता है.
11.01 बजे: पीएम मोदी बस थोड़ी ही देर में कार्यक्रम को संबोधित करेंगे, वह कार्यक्रम में वर्चुअली जुड़ चुके हैं. जो की खास होने वाला है. ऐसा करीब पांच दशक के बाद हो रहा है, जब कोई प्रधानमंत्री AMU के कार्यक्रम को संबोधित करेगा. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर तारीक मंसूर कार्यक्रम की जानकारी दे रहे हैं.
पीएम मोदी का पूरा संबोधन यहां सुनें-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के शताब्दी समारोह में शामिल होंगे. वे वर्चुअली इस कार्यक्रम में जुड़ेंगे. इस दौरान उनके साथ केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक भी मौजूद होंगे. मोदी देश के दूसरे पीएम होंगे जो AMU के कार्यक्रम में शामिल होंगे. पीएम मोदी 11 बजे इस कार्यक्रम वर्चुअली जुड़ेंगे. इससे पहले इससे पहले 1964 में लाल बहादुर शास्त्री ने दीक्षांत समारोह में हिस्सा लिया था.
AMU ने दुनिया को दिए कई रत्न, पाकिस्तान के पहले PM भी रहे यहां के स्टूडेंट
कब बनी AMU?
मोहम्मद एंग्लो-ओरिएंटल कॉलेज 1 दिसंबर, 1920 को एएमयू बनाने के लिए गजट नोटिफिकेशन जारी किया गया था. इसके बाद 17 दिसंबर को तत्कालीन कुलपति मोहम्मद अली मोहम्मद खान राजा साहब ने औपचारिक रूप से एएमयू की शुरुआत की. यहां सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि विदेशों से भी छात्र-छात्राएं पढ़ने आते हैं.
PHOTOS: AMU के 100 वर्ष पूरे, शताब्दी समारोह में चीफ गेस्ट होंगे PM मोदी
दुनिया में परचम लहराने वाले AMU स्टूडेंट
बांग्लादेश के पूर्व प्रधानमंत्री मोहम्मद मंसूर अली, पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति फजल इलाही चौधरी और मालद्वीप के पहले राष्ट्रपति मोहमद आमीन दीदी भी यहां के ही छात्र रहे हैं. पाकिस्तान के पहले प्रधानमंत्री लियाकत अली भी यहां के स्टूडेंट रह चुके हैं.
AMU से निकले राजनेता
लियाकत अली खां, मुहम्मद मंसूर अली, आयूब खान, मियां गुलाम जिलानी, मलिक गुलाम मुहम्मद, जाकिर हुसैन, मोहम्मद हामिद अंसारी, राशिद मसूद, शेख अब्दुल्ला, सैयद मीर कासिम, खान अब्दुल गफ्फार खान, हामिद अली.
AMU: साहित्य और राजनीति की इस पाठशाला ने देश ही नहीं, विदेशों को भी दिए कई दिग्गज
शायर व लेखक
बशीर बद्र, जावेद अख्तर, सईद राशिद, राजा राव, हबीब तनवर, राही मासूम रज़ा, असगर वज़ाहत, सादात हसन मंटो, ज़ाहिदा जै़दी, कैफी आजमी, असरारुल हक मजाज, शकील बदायूंनी.
अभिनेता और खिलाड़ी
दलीप ताहिल, नसीरूद्दीन शाह, अनुभव सिन्हा, सुरेखा सीकरी शामिल है. वहीं खेल जगत के अख़्तर हुसैन, ध्यानचंद, जफर इकबाल, तारिक मंसूर, लाला अमरनाथ का नाम भी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से जुड़ा है.
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