गाजीपुर से खतरे में अफजाल अंसारी की दावेदारी, बेटी ने नामांकन दाखिल कर किया बड़ा सियासी खेल
Ghazipur Lok Sabha Seat : गाजीपुर एमपी एमएलए ने अफजाल अंसारी को गैंगस्टर मामले में चार साल की सजा सुनाई है. अफजाल अंसारी ने सजा के खिलाफ इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की है.
Ghazipur Lok Sabha Seat : गाजीपुर लोकसभा सीट से सपा प्रत्याशी का नामांकन रद्द होने का डर सजा रहा है. यही वजह है कि यहां से सपा प्रत्याशी अफजाल अंसारी ने अपने साथ ही बेटी नुसरत अंसारी का भी नामांकन कराया है. पिता-पुत्री ने एक साथ नामांकन किया है. इस दौरान सपा जिलाध्यक्ष गोपाल यादव और ओम प्रकाश सिंह और उमर अंसारी मौजूद रहे.
...तो इसलिए बेटी ने किया नामांकन
दरअसल, गाजीपुर एमपी एमएलए ने अफजाल अंसारी को गैंगस्टर मामले में चार साल की सजा सुनाई है. अफजाल अंसारी ने सजा के खिलाफ इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की है. मामले में 20 मई को सुनवाई होनी है. माना जा रहा है कि अगर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने एमपी एमएलए कोर्ट के फैसले को बरकार रखा तो अफजाल अंसारी का नामांकन रद्द हो सकता है. साथ ही उनकी संसदी भी जा सकती है. ऐसे में उनकी बेटी सपा से उम्मीदवार हो जाएंगी.
दो-दो सेट नामांकन किया
बता दें कि गाजीपुर में सातवें चरण में एक जून को वोटिंग होनी है. इसके लिए नामांकन प्रक्रिया जारी है. नामांकन के बाद पत्रकारों से बातचीत में अफजाल अंसारी ने कहा कि उन्होंने और नुसरत अंसारी दोनों ने दो सेट में नामांकन किया है. उनके चुनाव लड़ने में कोई अड़चन आती है तो चुनाव आयोग के नियमों के अनुसार सपा का सिम्बल नुसरत को ट्रांसफर हो जाएगा. अब 17 मई तक अफजाल अंसारी अपना नामांकन वापस ले लेते हैं तो उनकी बेटी नुसरत अंसारी सपा की अधिकृत प्रत्याशी होंगी.
दिलचस्प होगा मुकाबला
मुख्तार अंसारी के बेट उमर अंसारी के साथ होने को लेकर अफजाल अंसारी ने कहा कि वह परिवार का बच्चा है. इसलिए नामांकन में साथ आया है. बीजेपी ने यहां से पारस नाथ राय को टिकट दिया है. वहीं, बसपा ने उमेश सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है. पिछले चुनाव में अफजाल अंसारी ने बसपा से चुनाव लड़ा था और जीत दर्ज की थी. फिलहाल गाजीपुर लोकसभा सीट पर मुकाबला दिलचस्प होने जा रहा है.