Lucknow: आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर सपा और कांग्रेस में समझौते की सुगबुगाहट तेज हो गई है. तमाम पार्टियां किस सीट से अपने किस उम्मीदवार को उतारेगी इसे लेकर भी मंथन शुरू हो गया है. इन सब के बीच उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कांग्रेस के साथ सीट शेयरिंग को लेकर अब सबकुछ तय हो गया है. अखिलेश यादव ने इसका ऐलान सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करके दिया है. 


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समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक्स पर लिखा कि- कांग्रेस के साथ 11 मज़बूत सीटों से हमारे सौहार्दपूर्ण गठबंधन की अच्छी शुरुआत हो रही है… ये सिलसिला जीत के समीकरण के साथ और भी आगे बढ़ेगा. ‘इंडिया’ की टीम और ‘पीडीए’ की रणनीति इतिहास बदल देगी.



62 सीटों पर लड़ना चाहती है सपा
कांग्रेस यूपी में ज़्यादा सीटों की उम्मीद कर रही थी लेकिन सपा ने 11 सीटें देने की घोषणा कर दी है. इससे ऐसा लगता है कि टूटते इंडिया अलायंस का फायदा लेने के लिए अखिलेश ने ऐसा किया है. कयास हैं कि कांग्रेस पर दबाव की रणनीति का इस्तेमाल करते हुए अखिलेश यादव ने ये किया है. इससे पहले आरएलडी को 7 सीटें देने की घोषणा भी अखिलेश कर चुके हैं. इस तरह यये तय हो गया है कि 80 में से 62 सीटें सपा अपने पास रखेगी और बाकी के 18 सीटों पर उसके सहयोगी दल चुनाव लड़ेंगे.


कांग्रेस को क्या ये फॉर्मूला मंजूर?
उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने कहा हैकि अभी तो सीट बंटवारे पर बातचीत ही चल रही है, वैसे भी सीट शेयरिंग की घोषणा कांग्रेस करेगी. जाहिर सी बात है कांग्रेस पार्टी को समाजवादी पार्टी के मुखिया की ये घोषणा रास नहीं आ रही. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या बिना कांग्रेस की सहमति के ही अखिलेश ने 11 सीट देने का ऐलान कर दिया?