इलाहाबाद में राजनीतिक वारिसों के बीच लड़ाई, नीरज खिलाएंगे कमल या कांग्रेस के उज्जवल खत्म करेंगे चार दशक का सूखा
Allahabad lok sabha seat Chunav 2024: इलाहाबाद लोकसभा सीट पर सियासी पारा चढ़ा हुआ है. यहां छठे चरण में 25 मई को वोट डाले जाएंगे. बीजेपी ने नीरज त्रिपाठी, कांग्रेस ने उज्जवल रमण सिंह और बसपा ने रमेश पटेल को प्रत्याशी बनाया है.
Allahabad lok sabha seat Chunav 2024: देश को कई सियासी हस्तियां देने वाली इलाहाबाद लोकसभा सीट पर सियासी पारा चढ़ा हुआ है. यहां छठे चरण में 25 मई को वोट डाले जाएंगे. यहां मुकाबला दो राजनीतिक वारिसों के बीच दिख रहा है. बीजेपी ने पूर्व राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी के बेटे नीरज त्रिपाठी को मैदान में उतारा है तो इंडिया गठबंधन से यह सीट कांग्रेस के खाते में गई है. कांग्रेस ने यहां से उज्जवल रमण सिंह पर दांव लगाया है. बसपा से रमेश पटेल प्रत्याशी हैं.
कौन-कौन उम्मीदवार
बीजेपी प्रत्याशी नीरज त्रिपाठी पूर्व राज्यपाल स्व. केशरीनाथ त्रिपाठी के बेटे हैं. इस समय वह इलाहाबाद हाईकोर्ट में अपर महाधिवक्ता के रुप में कार्यरत्त हैं.लोकसभा चुनाव 2024 के लिए भाजपा के प्रत्याशी बनाए गए नीरज त्रिपाठी की पत्नी कविता त्रिपाठी भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश मंत्री हैं. उनको सिटिंग सांसद रीता बहुगुणा जोशी का टिकट काटकर बीजेपी ने उम्मीदवार बनाया है. उज्जवल रमण सिंह ने डीयू से वकालत की पढ़ाई की है. वह सपा के दिग्गज नेता आठ बार के विधायक और दो बार के सांसद रेवती रमण सिंह के बेटे हैं.
2019 में जीती बीजेपी?
2019 लोकसभा चुनाव में इलाहाबाद लोकसभा सीट बीजेपी के खाते में गई थी. यहां से रीता बहुगुणा जोशी ने करीब 1 लाख 84 हजार वोटों से जीत दर्ज की थी. उन्होंने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार राजेंद्र पटेल को शिकस्त दी थी.
जातीय समीकरण
लोकसभा चुनाव 2019 में यहां कुल 1716160 मतदाता थे. जिनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 9,27,964 जबकि महिलाओं की संख्या 7,65,288 थी. वहीं, जातीय समीकरण की बात करें तो इलाहाबाद संसदीय सीट पर सबसे ज्यादा मुस्लिम, फिर कुर्मी और ब्राह्मण वोटर्स हैं. इसके बाद यहां ठाकुर-भूमिहार, दलित, कोल, वैश्य, मौर्या, कुशवाहा, पाल, निषाद, बिंद, विश्वकर्मा, प्रजापति व अन्य वोटर्स हैं.
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