Ballia Lok Sabha Election 2024: बलिया में क्या पिता का रुतबा कायम रख पाएंगे नीरज शेखर, या सनातन पांडेय पलट देंगे पासा
Ballia Lok Sabha Election 2024: बलिया बागियों की धरती रही है और यह सीट लोकसभा चुनाव के लिए महत्वपूर्ण सीटों में से एक है. आइए देखे बीजेपी, सपा-कांग्रेस, बसपा ने यहां से किन उम्मीदवारों पर दांव लगाया है.
Ballia Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 अब अपने अंतिम पड़ाव पर है. बलिया में सातवें चरण में यानी 1 जून को वोट डाले जाएंगे. सातवें चरण में यूपी के 13 सीटों पर मतदान होना है जिसमें से बलिया एक महत्वपूर्ण सीट मानी जाती है. इस सीट से बीजेपी ने अपने सांसद का टिकट काटा है और पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के बेटे नीरज शेखर को अपना उम्मीदवार बनाया है. वहीं, इंडिया गठबंधन ने सपा के सनातन पांडेय पर भरोसा जताया है.
2024 में बलिया लोकसभा सीट से उम्मीदवार
बीजेपी उम्मीदवार - नीरज शेखर
इंडिया उम्मीदवार गठबंधन- सनातन पांडेय (सपा)
बसपा उम्मीदवार- ललन सिंह यादव
बीजेपी- नीरज शेखर
बलिया पर समाजवादी नेता चंद्रशेखर का लंबे समय तक कब्जा था और जब वे नहीं रहे तो साल 2007 में हुए उपचुनाव में उनके बेटे नीरज शेखर यहां से समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़े. इस चुनाव में वे जीत भी गए. साल 2009 के चुनाव में नीरज शेखर सांसद बने पर 2014 के चुनाव में नीरज शेखर मोदी लहर में लोट नहीं पाए. भरत सिंह मस्त ने उनको हरा दिया. लोकसभा चुनाव हारने के बाद सपा ने नीरज शेखर को राज्यसभा भेजा और साल 2019 में नीरज समाजवादी पार्टी ने बीजेपी का दामन थाम लिया. फिलहाल वे बीजेपी से राज्यसभा सांसद हैं और इस बार बीजेपी ने बलिया लोकसभा सीट से उन्हें उम्मीदवार बनाया है.
इंडिया गठबंधन- सनातन पांडेय (सपा)
लोकसभा सीट बलिया से सपा ने सनातन पांडेय को मौका दिया है. पांच बार विधानसभा व एक बार लोकसभा चुनाव सनातन पांडेय लड़ चुके है, एक बार विधायक भी रहे हैं. रसड़ा विधानसभा क्षेत्र के पांडेयपुर के निवासी सनातन पांडेय ने आजगमढ़ से पॉलिटेक्निक की पढ़ाई पूरी है और गन्ना विकास परिषद में जेई पद पर रहे है. 1996 में नौकरी छोड़कर सपा में शामिल हो गए. जिले की चिलकहर विधानसभा सीट से 1997 व 2002 में चुनाव भी लड़े, तब सपा से टिकट न मिलने पर निर्दलीय ही चुनाव लड़े. लेकिन हार गए. 2007 के चुनाव में उन्हें चिलकहर विधानसभा सीट से सपा ने टिकट दिया तब वो जीते और विधायक भी बने. साल 2016 में उत्तर प्रदेश शासन के पर्यटन एवं संस्कृति विभाग का सलाहकार पद सनातन को बनाया गया है. साल 2017 के विधानसभा चुनाव में रसड़ा विधानसभा सीट से उन्होंने चुनाव लड़ा था. सपा के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे सनातन को हार हाथ लगी.
बसपा उम्मीदवार लल्लन सिंह यादव
लल्लन सिंह यादव मूल रूप से गाजीपुर जिले के जंगीपुर विधान सभा क्षेत्र में पड़ने वाले नोनहरा थाना के तहत चौरही गांव के रहने वाले हैं. लल्लन सिंह यादव एक सेवानिवृत्त सैनिक हैं. इंटर की पढ़ाई पूरी होने के बाद सेना में भर्ती हुए और साल 1999 के कारगिल युद्ध में भी हिस्सा लिया. युद्ध के दस वर्ष बाद यानी साल 2009 में सेना से रिटायर्ड होने के बाद राजनीति में करियर तलाशा. इस तरह साल 2010 में बहुजन समाज पार्टी में शामिल हो गए. 2017 के विधान सभा चुनाव में बसपा ने गाजीपुर सदर विधान सभा से उन्हें टिकट दिया और बाद टिकट वापस भी ले लिया. लल्लन पूरी तन्मयता से पार्टी में रहे. अब जाकर सुप्रीमो मायावती ने बालिया सीट से अपना उम्मीदवार लल्लन को चुना है.
जातीय समीकरण
बलिया लोकसभा सीट के जातीय समीकरण पर ध्यान दें तो
सबसे बड़ी आबादी ब्राह्मणों की है- करीब तीन लाख
यादव की संख्या है- करीब ढाई लाख
राजपूत की संख्या है- करीब ढाई लाख
दलित की संख्या है- करीब ढाई लाख
मुस्लिम वोट की संख्या है- करीब एक लाख