UP Etawah Election 2024 Voting Updates, इटावा लोकसभा सीट पर शाम 6 बजे तक 56.39 फीसदी मतदान हुआ है. यहां भरथना विधानसभा सीट पर 55.01℅ इटावा विधानसभा सदर पर 53.58℅. सिकंदरा विधानसभा सीट पर 54.08℅, औरेया विधानसभा पर 53.38 फीसदी, दिबियापुर विधानसभा सीट पर 55.68 प्रतिशत मतदान हुआ है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इटावा लोकसभा सीट पर सात प्रत्याशी मैदान में थे. इसमें बीजेपी सांसद रामशंकर कठेरिया के मुकाबले सपा के जितेंद्र दोहरे से कड़ी टक्कर रही. यहां सुबह के वक्त मतदान की गति तो धीमी रही, लेकिन बाद में इसने तेजी पकड़ी. यूपी में 13 लोकसभा सीटों पर दोपहर 1 बजे तक 39.68 प्रतिशत मतदान हुए हैं. इटावा में 37.68 प्रतिशत % वोट डाले गए.शाम 6 बजे तक लंबी कतारें देखते हुए मतदान फीसदी करीब 57-58 फीसदी तक पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है. 


इटावा में कुल 18.57 लाख वोटर मतदान के लिए योग्य थे. सुबह सात बजे मतदान प्रारंभ हुआ, हालांकि कई जगह ईवीएम खराब होने की शिकायतें भी मिलीं. इटावा में डीएम एसएसपी एडीएम ने राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में पहुंचकर मतदान किया,लोगो से ज्यादा से ज्यादा संख्या में वोट डालने की अपील की है. 


इटावा इटावा विधानसभा की 420 व भरथना में 470 पोलिंग पार्टियों द्वारा चुनाव कराया जा रहा है. मथुरा से 870 तो वहीं इटावा से 1500 पुलिस कर्मी के साथ ही करीब पांच हजार पुलिस जवान वोटिंग के दौरान सुरक्षा व्यवस्था का ध्यान रख रहे हैं. 


और पढ़ें- Kanpur Fourth Phase Voting: चौथे चरण में कानपुर सीट के लिए आज मतदान, दांव पर दिग्गजों की साख 


और पढ़ें- Akbarpur Lok Sabha Election 2024: अकबरपुर सीट पर वोटिंग शुरू, वोटर्स करेंगे प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला


इटावा लोकसभा सीट
कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और बीजेपी को इटावा लोकसभा सीट पर 3-3 बार जीत मिली है. हालांकि, इस सीट पर बीजेपी  पिछले 10 साल से काबिज है और पार्टी के पास इस बार हैट्रिक लगाने का पूरा मौका है. यादवपट्टी की अहम और जानी मानी सीट इटावा आरक्षित होने के बाद भी यहां किसी उम्मीदवार को लगातार जीत नहीं मिली है.


2019 लोकसभा चुनाव के नतीजे
साल 2019 के यानी पिछले लोकसभा चुनाव की बात करें तो इटावा सुरक्षित सीट पर बीजेपी जीती थी.  सपा के कमलेश कठेरिया को बीजेपी प्रत्याशी राम शंकर कठेरिया ने लगभग 64 हजार वोटों के अंतर से मात दी थी. तीसरे नंबर पर यहां से कांग्रेस के अशोक कुमार दोहरे रहे थे.


जातीय समीकरण
दलित वोटर्स की इटावा सीट पर अधिकता है और 4 लाख से ज्यादा दलित वोटर यहां पर हैं. राजपूत वोटर्स की संख्या इस सीट पर 1.5 लाख के आसपास है. लोधी, यादव और मुस्लिम वोटर भी यहां पर 1-1 लाख हैं.