Raebareli: यूपी सरकार में उद्यान मंत्री ने सोनिया गांधी के पत्र पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि गांधी परिवार ने हमेशा रायबरेली और अमेठी वासियों को धोखा देने का काम किया है. उनके डीएनए में यही है. अब जब उन्हें लगता है कि उनका अस्तित्व यूपी में खत्म हो चुका है, तो यहां से भाग रही हैं. राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा तो निकाल रहे हैं लेकिन वह जवाब दें कि क्या रायबरेली और अमेठी की जनता के साथ कांग्रेस ने कभी न्याय किया है. कांग्रेस सपा पर 20 सीटों का दबाव तो बना रही है, लेकिन उनकी हैसियत एक सीट जीतने की भी नहीं है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बता दें कि सोनिया गांधी ने रायबरेली वासियों के लिए पत्र जारी किया था जिसका जवाब देते हुए मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने भी रायबरेली के लोगों के लिए पत्र जारी किया है. दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि जब सोनिया गांधी अपने ससुर फिरोज गांधी की नहीं हुईं, तो रायबरेली की जनता की क्या होंगी? उन्होंने कहा कि जब उनके ससुर फिरोज गांधी की मूर्ति रायबरेली में लगनी थी तो इसका सबसे ज्यादा विरोध खुद सोनिया ने किया था. वह न अच्छी बहू बन पाईं और ना ही अच्छी नेता. राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी अच्छे पोते नहीं बन पाए और सबसे बड़ी बात जो राम का नहीं वह किसी काम का नहीं. 


दिनेश प्रताप सिंह ने प्रियंका गांधी पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी एक झूठी नेता हैं. जब-जब यहां के लोगों से अपने प्रत्याशी को जिताने की अपील की है तब तक लोगों ने उनके कैंडिडेट को हराया है. प्रियंका गांधी ने कई लोगों से झूठ बोला है और झूठ बोलकर के उन्होंने अपनी दुकान चलाई है. इस बार रायबरेली की जनता उन्हें माफ नहीं करेगी. इतना ही नहीं दिनेश प्रताप सिंह ने इंदिरा गांधी को लेकर भी पत्र में जिक्र किया. उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी ने यहां के लोगों के साथ जो धोखा किया था, वही धोखा सोनिया गांधी कर रही हैं. जिस जनता ने उन्हें यहां से पांच बार सांसद बनाया, आज वह उन्हें छोड़कर जा रही हैं, क्योंकि उनको पता है कि इस बार वह यहां से जीतने वाली नहीं हैं. 


यहां पढ़ें दिनेश प्रताप सिंह का पूरा पत्र- 



सोनिया ने रायबरेली की जनता को लिखा भावुक पत्र 
बुधवार को कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने राज्यसभा चुनाव के लिए राजस्थान से नामांकन दाखिल किया. इसके बाद गुरुवार को उन्होंने रायबरेली की जनता को एक भावुक पत्र लिखा है. इस पत्र में उन्होंने स्वास्थ्य और बढ़ती उम्र का हवाला देते हुए अगला चुनाव न लड़ने की बात कही. हालांकि, रायबरेली से गहरा रिश्ता बताते हुए जनता से आगे भी परिवार को संभालने की अपील की है. उनकी अपील से माना जा रहा है कि उनकी जगह गांधी परिवार का ही कोई शख्य रायबरेली से चुनाव लड़ेगा. 


रायबरेली से लोकसभा चुनाव क्यों नहीं लड़ेंगी सोनिया, पत्र लिख जनता को बताई मन की बात