Lok Sabha Election: आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए उत्तर प्रदेश की सियासत गर्म हो गई है. हाल ही में सपा के सभी पदों से इस्तीफा देने वाले पूर्व कैबिनेट मंत्री और समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य को लेकर नई खबर सामने आई है. सूत्रों के मुताबिक, स्वामी प्रसाद मौर्य अपनी नई राजनीतिक पार्टी का बना सकते हैं. स्वामी प्रसाद मौर्य, 22 फरवरी को लखनऊ में समर्थकों के साथ बैठक के बाद पार्टी बनाने का औपचारिक तौर पर ऐलान कर सकते हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कर सकते हैं नई पार्टी का ऐलान 
सियासी गलियारों में चर्चा है कि स्वामी प्रसाद मौर्य 22 फरवरी को अपनी नई पार्टी का ऐलान भी कर देंगे. हालांकि, अभी इस संबंध में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है. स्वामी प्रसाद मौर्य ने हाल ही में राष्ट्रीय महासचिव पद से इस्तीफा देते हुए समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव को एक चिट्ठी भी लिखी थी. इस चिट्ठी में उन्होंने पार्टी पर अनदेखी करने का आरोप लगाया था.


ये हो सकता है स्वामी प्रसाद की नई पार्टी का नाम
विधान परिषद सदस्य स्वामी प्रसाद मौर्य की नई पार्टी का नाम राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी हो सकता है. बता दें कि राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी का गठन साल 2013 में हुआ है. ये पार्टी यूपी और एमपी में चुनाव लड़ चुकी है. यूपी में 2019 का लोकसभा और 2022 का विधानसभा चुनाव लड़ी थी. राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के अध्यक्ष की कमान फिलहाल दिलीप चौधरी के हाथों में है, जो स्वामी के करीबी माने जाते हैं. ऐसा माना जा रहा है कि स्वामी प्रसाद मौर्य 22 जनवरी को राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के कार्यकर्ता सम्मेलन में अपने शामिल होने या किसी पार्टी के नाम का ऐलान कर सकते  हैं.  स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपनी पार्टी का झंडा लॉन्च किया हैं. पार्टी का झंडा वायरल हो रहा है. झंडा 22 फरवरी को लांच हो सकता है .


 


सलीम शेरवानी ने दिया इस्तीफा
बदायूं लोकसभा सीट से पांच बार के सांसद रहे सलीम शेरवानी ने सपा के राष्ट्रीय महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने कहा कि वह पार्टी में मुसलमानों की उपेक्षा से परेशान होकर इस्तीफा दे रहे हैं. वह जल्द ही भविष्य को लेकर फैसला लेंगे.


स्वामी प्रसाद मौर्य भी हुए सपा से बाहर
समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने हाल ही में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके साथ-साथ उन्होंने पार्टी चीफ अखिलेश यादव को एक चिट्ठी भी लिखी थी. इसमें उन्होंने बताया था कि आखिर वो क्यों इस्तीफा दे रहे हैं.


पल्लवी पटेल के बगावती तेवर
लोकसभा चुनाव से पहले सपा को लगातार एक के बाद एक झटके मिल रहे हैं. जहां पहले जयंत चौधरी ने अखिलेश का साथ छोडा तो वहीं पल्लवी पटेल भी नाराज हो गईं है. सपा विधायक और अपना दल कमेरावादी की नेता पल्लवी पटेल भी अखिलेश से नाराज दिखाई दे रही हैं. पल्लवी ने खुलकर कहा है कि, राज्यसभा चुनाव में अपनी पार्टी के उम्मीदवार को वोट नहीं देंगी. इसी के साथ ही उन्होंने अखिलेश को पीडीए के खिलाफ बताया है. उन्होंने अखिलेश के पीडीए का नारा सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया.


यूपी में राज्यसभा चुनाव के पहले खेला, दिग्गज दलित नेता समेत सपा के 10 विधायक बीजेपी में जाने को तैयार


25 फीसदी मुस्लिम आबादी वाले मेरठ में बीजेपी क्या लग पाएगी हैट्रिक, सपा-गठबंधन से बढ़ी चुनौती