PM Modi Nomination: कौन हैं पीएम मोदी के नामांकन के 4 प्रस्तावक, कोई प्रसिद्ध ज्योतिषी तो कोई जनसंघ के जमाने का नेता
Varanasi PM Modi Nomination: वाराणसी। PM मोदी अपनी तीसरी पारी के लिए आज कलेक्ट्रेट परिसर में नामांकन करेंगे. वही पीएम मोदी के प्रस्तावकों के नाम पर भी सोमवार को अंतिम मुहर लग गई
PM Modi in Varanasi Nomination News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय वाराणसी के दौरे पर हैं. आज वह नामांकन दाखिल करेंगे. पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहेंगे. इसके अलावा 12 राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे. इससे पहले सोमवार को पीएम मोदी ने वाराणसी में रोड शो किया. पीएम ने काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा भी की. प्रधानमंत्री मोदी तीसरी बार वाराणसी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. वह 2014 में पहली बार यहां से सांसद बने थे. इसके बाद 2019 में भी उन्होंने इस सीट पर जीत हासिल की. पीएम मोदी नामांकन के बाद कार्यकर्ताओं से मुलाकात भी करेंगे.
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पीएम मोदी के 4 प्रस्तावक
प्रधानमंत्री मोदी के चार प्रस्तावक पंडित गणेश्वर शास्त्री, बैजनाथ पटेल, लालचंद कुशवाहा और संजय सोनकर होंगे. इस समीकरण से भाजपा ने वाराणसी लोकसभा का जातिगत समीकरण साधने की कोशिश की है.आइए जानते हैं इनके बारे में
पंडित गणेश्वर शास्त्री (Pandit Ganeshwar Shastri)
पंडित गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ वाराणसी के रामघाट गंगा किनारे रहते हैं. ये ब्राह्मण समाज से हैं. उनकी पुरानी पीढ़ी मुलतः दक्षिण भारत के तमिलनाडु में रहती थी.यह प्रकांड विद्वान माने जाते हैं. यह ज्योतिष विद्या और भारतीय सनातन परंपरा के प्रकांड विद्वान माने जाते हैं. इनकी गिनती काशी के विद्वान वैदिक ब्राह्मणों में की जाती है.
बैजनाथ पटेल (Baijnath Patel)
बैजनाथ पटेल अन्य प्रस्तावक है. बैजनाथ जनसंघ के जमाने से जुड़े हुए हैं. बैजनाथ पटेल ओबीसी समाज से आते हैं और संघ के पुराने और समर्पित कार्यकर्ता रहे हैं.
लालचंद कुशवाहा (Lalchand Kushwaha)
पीएम मोदी के प्रस्तावकों में लालचंद कुशवाहा का नाम भी है. लालचंद कुशवाहा OBC बिरादरी से हैं.
संजय सोनकर ( Sanjay Sonkar)
संजय सोनकर दलित समाज से आते हैं. इनकी दलित समाज में अच्छा पैठ है.
कौन होते हैं हैं प्रस्तावक
चुनावों में प्रस्तावक वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं. निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं. अगर कोई कैंडीडेट किसी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दल के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहा है, तो निर्वाचन क्षेत्र के एक मतदाता को उसकी उम्मीदवारी का प्रस्ताव देना जरूरी होता है.
जातीय समीकरण
वाराणसी लोकसभा क्षेत्र में 3 लाख से ज्यादा ब्राह्मण, 2.5 लाख से ज्यादा गैर यादव ओबीसी, 2 लाख कुर्मी व सवा लाख अनुसूचित जातियों के वोटर हैं.
बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक
नामांकन दाखिल करने के बाद पीएम रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे. वहीं, कलेक्टर ऑफिस में पीएम की NDA नेताओं क साथ भी मुलाकात होगी. वाराणसी में आखिरी चरण यानी 1 जून को मतदान होगा.