लखनऊ: कर्मचारियों की लेटलतीफी के खिलाफ योगी सरकार की टेढ़ी नजर है. नगर निगम कर्मचारियों को देरी से दफ्तर पहुंचने का अब खामियाजा भुगतना पड़ सकता है. योगी सरकार अब अफसरों और कर्मचारियों को एप से हाजिरी लगानी होगी. साथ ही सेल्फी के साथ लोकेशन डालनी होगी. नगर निगम के लगभग 4000 कर्मचारी 'लखनऊ 311' एप पर हाज़िरी लगाएंगे. ऐसा ऑफिस आने और जाने के दौरान करना होगा. इसी के आधार पर ही वेतन बनेगा. 


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एप में निगम कर्मचारियों का डेटा उनके जोन और विभाग के आधार पर जीपीएस लोकेशन के साथ फीड कर दिया गया है. ऐसे में जब कर्मचारी अपने जोन और विभाग में जाएंगे तो वह एप के जरिए हाजिरी सेल्फी के साथ दर्ज कर सकेंगे. ऐसा न करने वाला कर्मचारी गैरहाजिर माना जाएगा. सुबह ऑफिस आने के बाद और शाम को जाने से पहले हाजिरी लगानी होगी.


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बायोमेट्रिक सिस्टम हो गया था फेल
चार साल पहले नगर निगम ने लाखों के खर्च से बायोमेट्रिक सिस्टम लगवाया था. कुछ समय तक इससे अटेंडेंस तो लगी, लेकिन यह सिस्टम जल्दी ध्वस्त हो गया. इसके पीछे मुख्य वजह मशीनें को मुख्यालय में लगाना था. जोनल कार्यालय, केंद्रीय कार्यशाला, मार्ग प्रकाश विभाग में बायोमेट्रिक मशीनें नहीं लगाई गईं थीं. नगर निगम में काफी कर्मचारी ऐसे हैं जो सिर्फ वेतन लेते हैं, लेकिन काम पर नहीं जाते. गृहकर व सफाई में ऐसे कर्मचारियों की तादाद ज्यादा है. नया सिस्टम लागू होने के बाद ऐसे लापरवाह कर्मचारियों पर लगाम लगेगी. 


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अगले साल से नई व्यवस्था हो जाएगी
प्रभारी नगर आयुक्त के मुताबिक अगले महीने से लखनऊ 311 एप से हाजिरी दर्ज करने की तैयारी है. इसे लेकर आदेश भी जारी कर दिया गया है. वेतन भी एप पर दर्ज होने वाली हाजिरी के आधार पर ही जारी किया जाएगा. एप डाउनलोड करने के लिए निर्देश पहले ही सभी कर्मचारियों को जारी किए जा चुके हैं.


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