UP Politics: अखिलेश यादव ने एक बार फिर केशव प्रसाद मौर्य के बहाने बीजेपी पर हमला बोला है. उन्होंने डिप्टी सीएम को लेकर सीधा हमला बोला है, जिसका जवाब भी उप मुख्यमंत्री ने दिया है.
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Akhilesh Yadav vs Keshav Prasad Maurya: उत्तर प्रदेश भाजपा के अंदर चल रही सियासी सुगबुगाहट पर तंज कसने में समाजवादी पार्टी कोई कसर नहीं छोड़ रही है. अखिलेश ने शुक्रवार को फिर केशव प्रसाद मौर्य के बहाने बीजेपी की दुखती रग दबाने की कोशिश की, लेकिन डिप्टी सीएम ने पलटवार में देर नहीं लगाई.
बीजेपी नेताओं की दिल्ली में बैठक के बीच डिप्टी सीएम केशव मौर्य को अखिलेश ने दिल्ली का मोहरा बताया और कहा कि मौर्य जी दिल्ली वाई-फाई का पासवर्ड हैं.जातिवाद का सवाल उठाने वाले अब देखें कि कौन अधिकारी कहां बैठा है. ऐसा इसलिए है कि कुछ लोग मोहरा बन गए हैं.
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने तुरंत ही ट्विटर पर पोस्ट से जवाब दिया.मौर्य ने कहा, कांग्रेस का मोहरा बन चुके सपा बहादुर अखिलेश यादव भाजपा को लेकर गलतफहमी पालने, अति पिछड़ों को निशाना बनाने और अपमान करने की जगह सपा को समाप्त होने से बचाने पर ध्यान दें. भाजपा 2027 में भी 2017 का रिजल्ट दोहराएगी. कमल खिला है खिलेगा,खिलता रहेगा.
अखिलेश ने इससे पहले कहा, एक राज्यपाल थे यहां जो सरकार को चिट्ठी लिखते थे,अखबार की कटिंग लगाकर जातिवादी होने का आरोप लगाते थे,आज बताइये मुख्य सचिव कौन हैं, और अधिकारी कौन हैं. समाजवादी पार्टी इकलौती ऐसी पार्टी है जिसके नाम मे संविधान के समाजवाद शब्द आता है.
बलिया वसूली मामला पर- जब हम विपक्ष में रहकर सवाल उठाते थे,तो प्रदेश सरकार हमको कहती थी कि करप्शन को लेकर ज़ीरो टॉलरेंस की पॉलिसी है,आंकड़े लेकर आते थे,दावा करते थे,लेकिन जिस तरह हम सुन रहे है कि उनके अपने नेता विधायक ही कह रहे है कि उन्होंने अपने जीवन काल मे ऐसा भ्रष्टाचार नही देखा, एक इंटरव्यू में मुख्यमंत्री ने खुद स्वीकार किया था कि भ्रष्टाचार हो रहा है
बलिया के मामले को सपा विधायक संग्राम सिंह ने इसको विधानसभा में मामला उठाया था,
जबकि ऐसा कई जगह हो रहा है
आज 'पुलिस ही डाकू' की हेडलाइन अखबार अगर लिख रहे है तो समझ जाइये,क्योंकि वो खुलकर लिखने को मजबूर हुए,ये स्थिति है
'प्रधान सांसद' जी के क्षेत्र में पुलिस वसूली करती पकड़ी गई,हमने तो ये भी देखा कि पुलिस खुद रेट तय कर रही है कि टांग पर गोली मारने पर कितना रुपया मिलेगा
जबकि नोएडा में जब पहला फ़र्ज़ी एनकाउंटर एक जिम ट्रेनर का हुआ था तो हमने उसको उठाया था,झांसी में इन्होंने फ़र्ज़ी एनकाउंटर किया,कोर्ट से उसकी एफआईआर लिखी गई..उज़ परिवार को सरकार न्याय नही दिल पाई,उसकी पत्नी ने आत्महत्या कर ली...
सरकार में बैठे लोग जिनके पास सम्पर्क और पैसा है वो लोग लखनऊ सरोजिनी नगर के मामले में खुलासा नही होने दे रहे है
इसी सरकार में एक आईपीएस कितने दिन फरार रहा,आप सब जानते है,फाइलें भरी पड़ी है
सरकार ड्रोन से मरीज देख रही है,अस्पताल में ड्रोन की जरूरत है क्या मरीजो की भीड़ देखने के लिए
ये लोग मेडिकल कॉलेज बना रहे थे,13 मेडिकल कॉलेज बना रहे थे,उनको मान्यता नही मिली
ऐसा इसलिए है कि कुछ लोग मोहरा बन गए है,दिल्ली के वाईफाई के पासवर्ड बन गए हैं, सुन रहे है मौर्या जी दिल्ली के वाईफाई के पासवर्ड बन गए है...
एक राज्यपाल थे यहां जो सरकार को चिट्ठी लिखते थे,अखबार की कटिंग लगाकर जातिवादी होने का आरोप लगाते थे,आज बताइये मुख्य सचिव कौन हैं, और अधिकारी कौन हैं...
आप बस खेल देखिये दिल्ली के वाईफाई पासवर्ड का...
कम्यूनल पॉलिटिक्स का अंत अगर किसी ने किया तो समाजवादी और पीडीए परिवार ने,ये लोग आरोप लगाते थे कि ये MY पार्टी है,इनको जवाब मिल गया पीडीए से...