लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अकबरनगर की कुकरैल नदी की जमीन पर कब्जा कर मकान बनवाने वाले रहीमनगर, अबरार नगर, पंतनगर और खुर्रमनगर के लोगों के अवैध घरों पर भी बुलडोजर चलेगा, हालांकि इसके लिए सर्वे कराया जा रहा है. सिंचाई विभाग नदी का फ्लड एरिया चिन्हित कर रहा है. नदी क्षेत्र में जितने भी निर्माण पाए जाएंगे, वह सभी ध्वस्त होंगे. 


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नोटिस हुआ जारी
पंतनगर का ज्यादातर हिस्सा नदी क्षेत्र में बताया जा रहा है. विभिन्न विभागों से रिपोर्ट मिलने के बाद एलडीए कार्यवाही शुरू करेगा. प्राधिकरण ने नदी की जमीन पर हुए कब्जों को तोड़ने की पूरी तैयैरी कर रखी है. नदी का फ्लड जोन चिन्हित करने की जिम्मेदारी सिंचाई विभाग को दी गई है.  फिलहाल सिंचाई विभाग ने नदी के दोनों तरफ 50-50 मीटर क्षेत्र फ्लड जोन बताया जा रहा है. ऐसे में सिंचाई विभाग को इसे नक्शे पर चिन्हित करने का निर्देश दिया गया है. नक्शा आते ही एलडीए सर्वे कर सभी भवन स्वामियों को नोटिस जारी कर देगा. 


अब किनकी बारी
लखनऊ के अकबरनगर के बाद अब रहीमनगर, अबरारनगर, पंतनगर के अवैध निर्माणों को ध्वस्त करने की बारी है. एलडीए को अवैध निर्माण गिराने की खबर मिलने के बाद मकानों और फलैटों की कीमतें 75 प्रतिशत तक गिर गई है. एलडीए के अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा ने बताया कि लोग एक-एक करोड के फ्लैट और 20-20 लाख के मकानों को बेचकर भाग रहे है. 


लोगों को मिलेगा रोजगार 
लखनऊ के अकबरनगर से बसंत कुंज में विस्थापित हुए लोगों को रोजगार देने की तैयारियां चल ही है. मंडला आयुक्त रोशन जैकब ने कई विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए. रोजगार से जोड़ने के लिए मुद्रा योजना हथकरघा योजना समेत कई योजनाओं का लाभ लोगों को मिलने वाला है. फुटपाथ विक्रेताओं को वेंडिंग जोन में स्थापित करा जाएंगा साथ ही कुशल श्रमिकों का पंजीकरण शिविर लगाकर होगा.  पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत से संबंधित विस्थापितों को रोजगार मिलेगा.


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