यूपी ने रखा 3 महीने में 10 करोड़ टीके लगाने का लक्ष्य, ज्यादा केस लोड वाले जिलों में 100% वैक्सीनेशन
सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि यूपी में टीकाकरण की रफ्तार को औज तेज करते हुए अगस्त तक 10 करोड़ लोगों का वैक्सीनेशन किया जाए.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर को नियंत्रित करने और संभावित तीसरी लहर को टालने के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार ने फुल प्रूफ प्लानिंग की है. राज्य सरकार जल्द से जल्द जितना ज्यादा हो सके उतने लोगों का टीकाकरण करना चाहती है. इसके लिए सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि यूपी में टीकाकरण की रफ्तार को औज तेज करते हुए अगस्त तक 10 करोड़ लोगों का वैक्सीनेशन किया जाए.
ज्यादा केस लोड वाले जिलों में 100% वैक्सीनेशन हो
उन्होने कहा है कि ज्यादा केस लोड वाले जिलों को चिन्हित कर वहां अभियान चलाकर 100 फीसद टीकाकरण कराया जाए. कोरोना संक्रमण से बचाव और इलाज की समीक्षा करते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में कोरोना वैक्सीन 2 करोड़ से अधिक डोज लगाई जा चुकी हैं. 18 से 44 वर्ष तक के आयु वर्ग में भी 30 लाख से अधिक लोगों को टीका लगाया जा चुका है. यूपी की बड़ी जनसंख्या को देखते हुए वैक्सीनेशन अभियान को रफ्तार देने की जरूरत है.
वैक्सीन की सप्लाई चेन को मजबूत रखने का निर्देश
उन्होंने कहा कि जून, जुलाई व अगस्त में 10 करोड़ प्रदेशवासियों के टीकाकरण का लक्ष्य रखकर काम किया जाए. जरूरत होने पर दो पालियों में टीके लगाने का काम कराया जाए. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वैक्सीन की सप्लाई चेन को मजबूत रखें. इस काम के लिए नर्सिंग के द्वितीय, तृतीय और अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों व पैरामेडिकल के द्वितीय व तृतीय वर्ष के विद्यार्थियों का प्रशिक्षण कराएं. प्रशिक्षण के दौरान यह भी बताया जाए कि वैक्सीन का वेस्टेज कैसे न्यूनतम हो.
चिकित्सा सुविधाओं के लिए यूपी को 5 जोन में बांटा
अफसरों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बताया गया कि सामुदायिक, प्राथमिक, उप स्वास्थ्य केंद्रों, हेल्थ व वेलनेस सेंटर को मजबूत करने की नियमित समीक्षा की जा रही है. इसके लिए पूरे प्रदेश को पांच जोन में बांटा गया है. जिला स्तर पर निगरानी की व्यवस्था भी की गई है. कोविड बेड लगातार बढ़ाए जा रहे हैं. पीडियाट्रिक आइसीयू और नियोनेटल आइसीयू की स्थापना तेजी से कराई जा रही है.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी भी ओपीडी में कुछ समय दें
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि सीएमओ, एसीएमओ और डिप्टी सीएमओ भी ओपीडी में मरीजों को देखें. मुख्य चिकित्सा अधिकारी अपने भ्रमण कार्यक्रम के दौरान किसी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की ओपीडी में एक-दो घंटे मरीजों को देखें. इससे स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सुविधाएं और बेहतर होंगी. अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों पर उपस्थित सभी डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ और पैरामेडिकल स्टाफ एप्रेन पहनें और नेम प्लेट जरूर लगाएं.
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