प्रदेश सरकार की गौ पर्यटन नीति के तहत गौ तीर्थाटन केंद्र का विकास होगा. आइये जानते हैं इस आधुनिक गौशालाओं में क्या सुविधाएं होगी.
Trending Photos
लखनऊ: राजधानी लखनऊ में पहला गौ तीर्थाटन केंद्र बनाया जाएगा. इसे स्विट्जरलैंड की तर्ज पर अयोध्या रोड के उत्तरधौना गांव में तैयार किया जाएगा. प्रदेश सरकार की गौ पर्यटन नीति के तहत इसका विकास होगा. यह केंद्र 9.912 हेक्टेयर में बनकर तैयार होगा. इसके लिए 32.63 करोड़ खर्च किए जाएंगे. लखनऊ नगर निगम कार्यकारिणी की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी भी मिल गई है.
गायों को खुले में रखा जाएगा
जानकारी के मुताबिक, गौ तीर्थाटन केंद्र में 2000 गायों को रखा जा सकेगा. यहां दुधारू गाय ही रखी जाएंगी. इन केंद्रों में गायों के खुले घूमने की व्यवस्था होगी. गायों को बांधकर नहीं रखा जाएगा. ज्यादा से ज्यादा क्षेत्र खुला रहेगा ताकि वे टहल-टहलकर चर सकें. खास बात यह है कि इस गोशाला में भारतीय संस्कृति की झलक दिखेगी.
होंगी ये व्यवस्थाएं
गाय के गोबर को हटाने की जरूरत नहीं होगी. गोबर उसी मैदान में सूखकर खाद बन जाएगा. गोशाला को एक पर्यटन केंद्र की तरह विकसित किया जाएगा. यहां गौ संग्रहालय, गोदान स्थल भी होगा. इसके अलावा अन्नपूर्णा भोजनालय, पाथवे, पार्किंग, लैंडस्केपिंग की व्यवस्था की जाएगी. सेंटर में कामधेनु गाय की भी प्रतिमा होगी.
डॉक्टर-केयर टेकर भी होंगे तैनात
गायों की देखभाल और इलाज के लिए भी पूरी व्यवस्था की जाएगी. इसके लिए डॉक्टर और कर्मचारी तैनात होंगे, जो स्वास्थ्य की निरीक्षण और निगरानी करेंगे. यहां कर्मचारी आवास, पशु चिकित्सालय और सीवरेज-ड्रेनेज का भी काम होगा.