सत्यप्रकाश/अयोध्या : अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर अगले साल  बनकर तैयार हो जाएगा. जाहिर इसके बाद भारत ही नहीं दुनिया के कोने-कोने से श्रद्धालु राम की नगरी पहुंचेंगे. ऐसे श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग तरह की सुविधाएं विकसित की जा रही हैं. इसी कड़ी में राम मंदिर में एक साथ 1.50 लाख से अधिक श्रद्धालु परिक्रमा कर सकेंगे. इसके लिए मंदिर की परिधि में 800 मीटर लंबा परकोटे का निर्माण किया जा रहा है लेकिन परिक्रमा के दौरान मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के बीच टकराव ना हो इसके लिए मंदिर की पूरब 200 मीटर लंबे टनल (सुरंग) का भी निर्माण किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि यह देश का पहला ऐसा मंदिर होगा जिसके मुख्य द्वार की नीचे से होकर श्रद्धालु निकास द्वार तक पहुंचेंगे.


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राम जन्मभूमि में राजस्थान के नक्काशीदार पत्थरों से 2.7 एकड़ के क्षेत्र में 161 फुट ऊंचे वाले तीन मंजिल के भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है. वही मंदिर के चारों और 8 एकड़ की परिधि में भूतल से 48 फीट ऊंचे परकोटे का भी निर्माण किया जा रहा है. जिसमें 6 मंदिरों का भी निर्माण किया जा रहा है. 
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मंदिर में सिंह द्वार से प्रवेश करने के पहले पूरब दिशा में परकोटे पर भी एक मुख्य द्वार गोपुरम होगा. जहां राम जन्म भूमि के पथ से आने वाले श्रद्धालु मंदिर परिसर में प्रवेश करेंगे. वह उसी के बगल से निकास द्वार भी बनाया जाएगा, जो प्रवेश द्वार गोपुरम के नीचे बन रहे टनल के माध्यम से आने वाले श्रद्धालु पहुंचेंगे और बाहर जा सकेंगे. एलएन्डटी के प्रोजेक्ट मैनेजर विनोद मेहता ने जानकारी देते हुए बताया कि राम मंदिर में दर्शनार्थी आएंगे. उनकी संख्या का अनुमान भी नहीं लगाया सकता है. जबकि इस परकोटे का हम लोगों ने तैयार किया है. इससे डेढ़ लाख दर्शनार्थी प्रतिदिन आ सकें.


श्रद्धालुओं को परकोटा से होकर मंदिर तक आना होगा. इससे श्रद्धालुओं की आवाजाही आसान बनी रहेगी. बताया जा रहा है कि जनवरी 2024 में भगवान रामलला के मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. इसके लिए सभी निर्माण कार्यों को अंतिम रूप दिया जा रहा है.


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