Campaign On Akhilesh Yadav Birthday: समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव आज अपना जन्मदिन मना रहे हैं जिसे लेकर सपाइयों में एक अलग ही उत्साह है.
मुलायम सिंह यादव और उनकी पहली पत्नी मालती देवी के पुत्र अखिलेश यादव के जन्मदिन को लेकर सपाइयों में जमकर उत्साह है. केक कटिंग सेरेमनी से लेकर वृक्षारोपण, भंडाराकर सपाई अपने अध्यक्ष का जन्मदिन मनाएंगे. बरगद और पीपल, नीम का पौधारोपण किया जाएगा.
यूपी में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के पीडीए यानी पिछड़ा, दलित व अल्पसंख्यक के नारे का जादू चलते हुए इस लोकसभा चुनाव 2024 में देखा गया. जब सपा ने 37 सीटें जीत लीं.
सपा न सिर्फ यूपी की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी बल्कि बीजेपी-कांग्रेस के बाद सपा देश में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी रही. अब पीडीए के इस जोश को पार्टी आने वाले प्रदेश के विधानसभा चुनाव में इस्तेमाल करना चाहती है.
पिछले करीब 10 साल से एक छत्र बीजेपी की जीत ने सपा को उत्तर प्रदेश के साथ ही राष्ट्रीय राजनीति में दबा दिया था लेकिन इस बार के लोकसभा चुनाव में ऐसी ऐसी रणनीति पर करते गए कि 37 सीटें जीत लीं.
अखिलेश यादव ने सपा के उत्थान के लिए किस सटीक रणनीति को अपनाया उसका अंदाजा इससे ही लगा सकते हैं कि प्रत्याशी घोषित होने के बाद भी उन्होंने 13 प्रत्याशी बदले, जिनमें से सात जीत गए.
हालांकि, करहल (यूपी में) विधानसभा सीट से इस्तीफा देकर अखिलेश ने कन्नौज की सांसदी के जरिए दिल्ली का रुख किया है. इस तरह उन्होंने साफ कर दिया है कि खुद को और पार्टी तो नेशनल पॉलिटिक्स में आगे की ओर ले जाने का मंशा अखिलेश बना चुके हैं.
संसद के निचले सदन में 37 सीटों पर काबिज सपा को लेकर राजनीतिक विशेषज्ञ मान रहे हैं कि राष्ट्रीय राजनीति में पार्टी को आगे बढ़ाने के सपने को साकार करने की ओर अखिलेश यादव काम करने लगे हैं.
राजनीतिक जानकारों की मानें तो अखिलेश यादव की इच्छा दिल्ली से ही पूरी हो सकती है. सपा जो सफलता पहले नहीं पा सकी है उसके लिए अब अखिलेश यादव अपने कदम बढ़ा रही है. खुद को अखिलेश विपक्ष का एक मजबूत नेता साबित करने की ओर अग्रसर हैं.