प्रवीण कुमार (पैरा एथलेटिक्स) को ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार 2024 से नवाजा गया है. प्रवीण कुमार उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध जिले के जेवर विधानसभा क्षेत्र के गोविंदगढ़ गांव के रहने वाले है.
प्रवीण कुमार ने पेरिस ओलंपिक 2024 में पुरुषों की हाई जंप-T64 स्पर्धा में एशियाई रिकॉर्ड तोड़कर स्वर्ण पदक जीता था. वह साल 2021 में अर्जुन अवार्ड भी जीत चुके हैं. उन्होंने टोक्यो 2020 में रजत पदक जीता था.
पैरा एथलेटिक्स उन खिलाड़ियों की श्रेणी है जिनका घुटने से नीचे एक या दोनों पैर नहीं होता है और वे दौड़ने के लिए कृत्रिम पैर पर निर्भर होते हैं. प्रवीण ने खेल की दुनिया में 2019 में कोच सत्यपाल सिंह के मार्गदर्शन में कदम रखा था.
उत्तर प्रदेश से दूसरी खिलाड़ी प्रीति पाल ने पैरा एथलेटिक्स में अर्जुन अवार्ड 2024 हासिल किया है. प्रीति ने वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप (2024) - 02 कांस्य पदक एशियन पैरा गेम्स 2022 (2023) - चौथा स्थान, भारतीय ओपन पैरा एथलेटिक्स इंटरनेशनल चैंपियनशिप (2024) - 02 स्वर्ण पदक, और राष्ट्रीय पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप (2024) - 02 स्वर्ण पदक जीते हैं.
प्रीति पाल का जन्म उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक किसान परिवार में हुआ. जन्म के 6 दिन बाद ही उनके शरीर के निचले हिस्से को प्लास्टर में बांधना पड़ा. कमजोर पैर और असामान्य पैर की स्थिति के कारण उन्हें कई बीमारियों का खतरा था.
पांच साल की उम्र में प्रीति पाल ने कैलिपर पहनना शुरू किया और 8 सालों तक उसका इस्तेमाल किया. 17 साल की उम्र में प्रीति का नजरिया तब बदला जब उन्होंने सोशल मीडिया पर पैरालंपिक खेलों को देखा और फिर उन्होंने अपने सपने को पूरा करने की जिद्द ठान ली.
उत्तर प्रदेश के ही अभय सिंह जो स्क्वैश के खिलाड़ी उन्हें भी अर्जुन पुरस्कार दिया गया है. अभय सिंह भी उत्तर प्रदेश के एक साधारण परिवार से हैं.
अभय सिंह एशियाई खेलों के स्वर्ण और कांस्य पदक विजेता हैं. और एशियाई चैंपियनशिप में ट्रिपल स्वर्ण पदक विजेता हैं. अभय सिंह दक्षिण एशियाई खेलों में रजत और कांस्य पदक विजेता भी हैं.
उत्तर प्रदेश के मेरठ में बहादुर पुर गांव से हैं. अन्नू रानी को भी अर्जुन पुरस्कार 2024 से नवाजा गया है. अन्नू ने पेरिस ओलंपिक 2024 में महिला जैवेलिन थ्रो मुकाबले में हिस्सा लिया था लेकिन अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के बावजूद बाहर हो गई थीं. हालांकि अन्नू ने 2022 के कॉमन वेल्थ गेम्स में भाला फेंक प्रतियोगिता में भारत के लिए पहली बार ब्रॉंज मेडल जीतकर इतिहास रचा था.
इससे पहले अन्नू ने 2023 में चीन में आयोजित हुए 19वें एशियन गेम्स में महिलाओं की भाला फेंक प्रतियोगिता में गोल्ड हासिल कर देश का नाम रोशन कर दिया था. भारत को एशियन गेम्स में यह मेडल 72 साल बाद मिला था.