जौनपुर (अजीत सिंह): एक ओर जहां सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा राज्य में नकल विहीन परीक्षा कराने का मसौदा तैयार करने में मशगूल हैं तो वहीं दूसरी ओर शिक्षा माफियाओं ने उसका काट निकालने की तैयारी भी तेज कर दी है. नकल विहीन परीक्षा की सुचिता की धज्जियां उड़ाने के लिए शिक्षा माफियाओं ने इस बार नया तरीका अख्तियार किया है. सीसीटीवी कैमरे की नजर से बचने के लिए इन माफियाओं ने यूपी बोर्ड की नकली उत्तर पुस्तिकाएं ही छपवानी शुरू कर दी हैं. उत्तर प्रदेश में चल रहे इस नए खेल का खुलासा जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने किया है. जानकारी के मुताबिक पुलिन ने सूचना के आधार पर जौनपुर की एक प्रिटिंग प्रेस में छापा मारा उस वक्त वहां ऐसी ही उत्तर पुस्तिकाएं छापी जा रही थीं.


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पुलिस के छापे ने मचाया शिक्षा माफियाओं में हड़कंप
बताया जा रहा है कि पुलिस ने लाइनबाजार थाना क्षेत्र के जोगियापुर मोहल्ले में एक प्रिंटिंग प्रेस पर छापेमारी की थी. जौनपुर पुलिस ने बोर्ड की फर्जी उत्तर पुस्तिका छापते हुए मालिक और उसके छह कर्मचारियों को रंगे हाथों पकड़ा है. इसके अलावा मौके से दो हजार हजार छपी हुई उत्तर पुस्तिकाएं भी बरामद हुई हैं. इस सनसनीखेज खुलासे के बाद से शिक्षा माफियाओं में हड़कंप मच गया है.


पुलिस को मिली थी सूचना, छापे में खुली पोल
दरअसल, प्रभारी जिलाधिकारी आलोक सिंह को सूचना मिली थी कि नगर के जोगियापुर मोहल्ले में स्थित सूरज पुस्तक केन्द्र में यूपी बोर्ड परीक्षा की नकली उत्तर पुस्तिकाएं छापी जा रही हैं. सूचना मिलते ही प्रभारी डीएम के निर्देश पर सिटी मजिस्ट्रेट नगर कोतवाली पुलिस और लाइनबाजार थाने की पुलिस संयुक्त रूप से मौके पर पहुंची और छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया.


एसटीएफ वाराणसी की टीम भी जांच में जुटी
पुलिस जब प्रिंटिंग प्रेस के अंदर पहुंची तो वहां मालिक राम पलट मौर्या के दिशा निर्देशन में बोर्ड की फर्जी उत्तर पुस्तिकाओं की छपाई चल रही थी. पुलिस ने राम पलट समेत प्रेस में काम कर रहे छह नौकरों को मौके से गिरफ्तार कर लिया है. मौके से करीब दो हजार छापी गई फर्जी उत्तर पुस्तिकाएं भी बरामद की गई हैं. पुलिस आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. उधर, सूचना के आधार पर एसटीएफ वाराणसी की टीम भी पहुंचकर जांच पड़ताल में जुट गई है.