UP DGP Prashant Kumar: एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार को उत्तर प्रदेश पुलिस (UP Police) का कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक बनाया गया है. वो सीएम योगी (CM Yogi) आदित्यनाथ के भरोसेमंद पुलिस अफसर रहे हैं.
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UP News: प्रशांत कुमार बने यूपी के नए कार्यवाहक डीजीपी (DGP Prashant Kumar) नियुक्त किए गए हैं. सीएम योगी के भरोसेमंद पुलिस अफसर हैं. प्रशांत कुमार अभी डीजीपी लॉ एंड ऑर्डर हैं. उनके कार्यकाल में राम मंदिर उद्घाटन जैसे बड़ी जिम्मेदारी संभाली हैं. आज ही विजय कुमार कार्यवाहक डीजीपी पद से रिटायर हुए. प्रशांत कुमार का कार्यकाल मई 2025 तक रहेगा. प्रशांत कुमार डीजीपी नियुक्ति के आदेश के बाद प्रमुख सचिव गृह से मिलने के लिए लोकभवन पहुंचे. उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) से भी मुलाकात की.
यूपी के कार्यवाहक डीजीपी प्रशांत कुमार 1990 बैच के यूपी कैडर के IPS अधिकारी हैं. प्रशांत कुमार के पिता का नाम ललन प्रसाद है. प्रशांत कुमार मूलतः बिहार के सीवान जिले के रहने वाले हैं.प्रशांत कुमार की पत्नी डिंपल वर्मा भी IAS अधिकारी रह चुकी हैं.डिंपल वर्मा UP RERA में सदस्य के तौर पर कार्यरत हैं. पिछले साल दिसंबर माह में प्रशांत कुमार DG रैंक में प्रमोट हुए थे.सीएम योगी आदित्यनाथ के सबसे करीबी अधिकारियों में शुमार होता है.
बिहार में जन्मे प्रशांत कुमार 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. उनके कार्यकाल में कुख्यात अपराधियों और माफियाओं का खात्मा हुआ है. उन्हें यूपी पुलिस में 'सिंघम' नाम से भी जाना जाता है. गणतंत्र दिवस के अवसर पर गैलेंट्री अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था.
यूपी डीजीपी की रेस में सबसे पहले 1988 बैच के आईपीएस आनंद कुमार का नाम सामने आ रहा था. हालांकि आनंद कुमार सीबी सीआईडी के डीजी हैं. आनंद कुमार डीजी जेल और एडीजी लॉ एंड ऑर्डर भी रह चुके हैं. तो वहीं एडीजी लॉ एंड ऑर्डर के तौर पर आनंद कुमार के नेतृत्व में यूपी में एनकाउंटर पुलिसिंग को शुरू किया गया था. हालांकि अप्रैल 2024 में आनंद कुमार भी सेवानिवृत्त हो रहे हैं.
वहीं सबसे सीनियर आईपीएस मुकुल गोयल का नाम भी रेस में था. हालांकि फरवरी में वह रिटायर हो रहे थे. उनको पहले डीजीपी के पद से हटाया जा चुका था. लिहाजा उन्हें जिम्मेदारी नहीं दी गई.
1989 बैच के आईपीएस पीवी रामाशास्त्री का भी नाम डीजीपी की दौड़ में शामिल थे, जो कि अभी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं और बीएसएफ डीजी के पद पर तैनात थे. रामाशास्त्री भी पहले यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर रह चुके हैं. वहीं प्रयागराज में कुंभ का सफल अयोजन करा चुके 1990 बैच के आईपीएस एसएन साबत भी कार्यवाहक डीजीपी की दौड़ में शामिल थे. वह प्रयागराज और लखनऊ के एडीजी रह चुके हैं. माना जा रहा था कि उनको इस पद की जिम्मेदारी मिल सकती है. फिलहाल वह अभी डीजी जेल हैं.
लेकिन इन नामों के साथ ही प्रशांत कुमार को वरीयता मिली. उन्होंने प्रदेश के लॉ एंड ऑर्डर को रिकॉर्ड समय तक संभाला है. ऐसे में उनको इस पद को लेकर जिम्मेदारी दी गई है. क्योंकि वह वर्तमान में योगी सरकार के सबसे भरोसेमंद पुलिस अधिकारियों में से एक हैं. वह मेरठ के एडीजी भी रह चुके हैं.
वरिष्ठता सूची में मुकुल गोयल, आनंद कुमार, सफी अहसान रिजवी, आशीष गुप्ता, आदित्य मिश्रा, पीवी रामशास्त्री, संदीप सोलंके, दलजीत चौधरी, रेणुका मिश्रा, बीके मौर्या, एसएन सबत, अविनाश चंद्र, डा. संजय, मनमोहन कमार, तनुजा श्रीवास्तव, एसके माथुर, सुभाष चंद्र और प्रशांत कुमार सबसे वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों में शामिल हैं.
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