UP Flood Alert: यूपी के 11 जिलों में हाईअलर्ट, बारिश-बाढ़ और नेपाल से छोड़े गए पानी से हाहाकार
UP News: उत्तर प्रदेश में लगातार हो रही बारिश और नेपाल से छोड़े गए ज्यादा मात्रा में पानी की वजह से भयानक स्थिति पैदा हो गई है. इसके साथ ही मौसम विभाग की तरफ से यूपी के 11 जिलों में आने वाले दिनों के लिए हाई अलर्ट ... पढ़िए पूरी खबर ...
UP Flood Alert: उत्तर प्रदेश में लगातार हो रही बारिश और नेपाल से छोड़े गए ज्यादा मात्रा में पानी की वजह से भयानक स्थिति पैदा हो गई है. इसके साथ ही मौसम विभाग की तरफ से यूपी के 11 जिलों में आने वाले दिनों के लिए हाई अलर्ट जारी किया है. नेपाल से लगातार लपानी छेड़े जाने की वजह से प्रदेश के मैदानी इलाकों में हाईअलर्ट जारी किया गया है.
इन 11 जिलों में हाईअलर्ट
मौसम विभाग द्वारा पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, बहराइच और सिद्धार्थनगर सहित नेपाल के निकटवर्ती क्षेत्रों को बाढ़ के लिए अलर्ट किया गया है. इसके साथ ही बाराबंकी और गोंडा, श्रावस्ती, कुशीनगर, बलिया, हापुड़ और बदायूं में भी हाई अलर्ट जारी किया गया है.
सीएम योगी लगातार रख रहे हैं नजर
यूपी के सीएम योगी लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए हैं. उन्होंने आज बाढ़ पीलीभीत और लखीमपुर खीरी के प्रभावित इलाकों को हवाई निरिक्षण किया. सीएम कल भी श्रावस्ती और बलरामपुर इलाके में बाढ़ से प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे. श्रावस्ती पहुंचकर सीएम बाढ़ से रेस्क्यू किए गए 11 लोगों से वार्ता भी करेंगे. कल दोपहर 1.40 बजे बलरामपुर के लिए रवाना होंगे सीएम.
बाढ़ राहत शिविर का करेंगे जायजा
कल बाढ़ प्रभावित इलाकों को दौरा करने के साथ सीएम योगी पीडितों के लिए बनाए गए बाढ़ राहत शिविर का जायजा लेंगे. इसके साथ वहां मौजूद बाढ़ पीड़ितों को रहात सामाग्री भी वितरित करेंगे.
सरयू का भी बढ़ा जलस्तर
लगातार हो रही बारिश के चलते नेपाल के गिरजा व शारदा बैराज से 4 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था. इसके कारण सरयू नदी का भी जल स्तर बढ़कर 106.216 मीटर पर पहुंच गया. जो खतरे के निशान से लगभग 60 सेंटीमीटर ऊपर है. नदी का जलस्तर लगातार 2 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है.
शाहजहांपुर में सेना ने संभाली कमान
शाहजहांपुर शहर में बाढ़ से हालात बिगड़ते देख सेना को बुलाया गया. सेना के जवान लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित जगहों पर ले जा रहे हैं. जवानों के साथ पीएसी की बचाव टीम भी मौके पर पहुंची गई है. बाढ़ से पीड़ित लोग अपने मकानो की छतों पर बैठे हैं. बाढ़ के पानी के बढ़ते स्तर को देखते हुए शहर के कई रास्तों को बंद कर दिया गया है. फिलहाल, स्थानीय लोगों का कहना है कि जिस तरीके की मदद जिला प्रशासन की तरफ से मिलना चाहिए. वह मदद उन तक अभी नहीं पहुंच रही है.
यह भी पढ़ें - ग्रेटर नोएडा के नामी बिल्डर पर FIR, 1 हजार हरे भरे पेड़ों को कुछ घंटों में कराया साफ
यह भी पढ़ें - भ्रष्ट अफसरों पर चला सीएम योगी का चाबुक, एसडीएम से लेकर नायब तहसीलदार तक नपे