क्या होता है अनुपूरक बजट?, आसान भाषा में समझें योगी सरकार को क्यों पड़ी जरूरत
What is Anupurak Budget: योगी सरकार में वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने 2024-25 के लिए 12 हजार करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट पेश किया. यह मूल बजट का 1.66 फीसदी है.
What is Supplementary Budget in Hindi: यूपी विधानसभा में मानसून सत्र के दूसरे दिन योगी सरकार ने अनुपूरक बजट पेश कर दिया. योगी सरकार में वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने 2024-25 के लिए 12 हजार करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट पेश किया. यह मूल बजट का 1.66 फीसदी है. यह मन में सवाल आता है कि आखिर अनुपूरक बजट होता क्या है?, योगी सरकार को आखिर अनुपूरक बजट क्यों पास करना पड़ा?. तो आइये आसान भाषा में समझते हैं सबकुछ.
पहले जान लें क्या होता है अनुपूरक बजट?
दरअसल, अनुपूरक बजट एक ऐसा वित्तीय दस्तावेज है जिसे सरकार किसी वित्तीय वर्ष के दौरान पेश करती है. जब उसे अपने पहले से स्वीकृत बजट में अतिरिक्त खर्च की आवश्यकता होती है. यह बजट उन खर्चों को कवर करने के लिए पेश किया जाता है, जिनको अनुमानित बजट में शामिल नहीं किया गया था, या जो नई परिस्थितियों के कारण आवश्यक हो गए हैं. यह बजट वित्त वर्ष के बीच में किसी विभाग या मंत्रालय की किसी योजना में अतिरिक्त राशि खर्च करने के लिए लाया जाता है. यह खर्च के अनुमान के साथ पेश किया जाता है.
योगी सरकार क्यों पड़ी जरूरत?
बता दें कि इसी साल योगी सरकार ने फरवरी महीने में मूल बजट किया था, जो करीब 7.36 लाख करोड़ रुपये का था. अब 30 जुलाई को वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने 12,909.93 करोड़ का अनुपूरक बजट पेश कर दिया. अनुपूरक बजट में राजस्व खाते पर खर्च करीब 4,227.94 करोड़ रुपये और पूंजी खाते पर खर्च 7,981.99 करोड़ रुपये है. इसमें मुख्य रूप से औद्योगिक विकास, परिवहन, ऊर्जा और गंगा एक्सप्रेसवे के लिए धनराशि का इंतजाम किया गया है. साथ ही प्रयागराज महाकुंभ के लिए भी व्यवस्था की गई है.
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