यूपी के सरकारी दफ्तरों से `बाबुओं` की होगी छुट्टी!, नए साल से धड़ाधड़ दौडेंगी अटकीं फाइलें
UP News: यूपी के सरकारी दफ्तरों में अटकी फाइलों के लिए बार-बार चक्कर नहीं काटना पड़ेगा. यूपी की योगी सरकार ने इस समस्या का समाधान करने जा रही है. नए साल से इस समस्या से निजात मिल जाएगी.
UP News: यूपी में सरकारी विभागों में फाइल एक जगह नहीं रुकेंगी. धड़ाधड़ आगे बढ़ती जाएंगी. इससे बाद लोगों को सरकारी दफ्तरों का चक्कर भी नहीं लगाना पड़ेगा. घर बैठे अटके काम पूरे हो जाएंगे. यूपी की योगी सरकार ऐसे ही योजना पर कवायद शुरू कर दी है. नए साल से प्रदेश भर में यह व्यवस्था लागू भी हो सकती है. इसके बाद किसी भी दफ्तर के बाबू फाइल लटका नहीं पाएंगे. कोई बहाना काम नहीं आएगा.
नए साल से नई व्यवस्था
दरअसल, सरकारी विभाग के कार्यालयों में लेट लतीफी काम की शिकायतें लंबे समय से मिल रही थीं. दफ्तरों में मौजूद बाबू अफसर न होने या अन्य कारणों से काम लटकाए रहते थे. ऐसे में फरियादी कार्यालयों का चक्कर लगाते रहते थे. अब योगी सरकार एक जनवरी 2025 से नई व्यवस्था शुरू करने जा रही है. नई व्यवस्था में काम एक जगह रुक नहीं पाएंगे. अपने आप आगे बढ़ जाएगा.
क्या है नई व्यवस्था
यूपी के सभी सरकारी कार्यालयों में फ़ाइलें और पत्र 1 जनवरी 2025 से डिजिटल हस्तांतरित होंगे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से इस संबंध में सभी सरकारी अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिया गया है. नए साल से इस नई व्यवस्था को पूरी तरह से लागू करना अनिवार्य कर दिया गया है. मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव वरिष्ठ आईएएस अधिकारी एसपी गोयल की ओर से संबंध में आदेश जारी किया गया है.
आदेश में क्या कहा
मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव एसपी गोयल की ओर से यह आदेश जारी किया गया है. यह सभी विभागों स्थानीय निकायों निगम, सरकारी शैक्षिक संस्थानों के अलावा स्मार्ट सिटी जैसे ऑफिस पर भी लागू होगा. कई बिंदुओं पर आदेश जारी किया गया है इसमें ई ऑफिस के महत्व और उससे जुड़े अधिकांश मुद्दों को विस्तार से बताया गया है.