UP News: यूपी में तीसरी आंख से अपराधियों पर नजर रखेगी योगी सरकार, वाराणसी से लेकर गाजियाबाद तक कसेगा शिकंजा
Lucknow News : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप गृह विभाग ने सेफ सिटी परियोजना के पहले चरण के तहत 17 नगर निगमों और गौतमबुद्ध नगर में इंटीग्रेशन के लिए 21,968 कैमरों की पहचान की है. इसमें से 15,732 को कंट्रोल रूम से इंटीग्रेट किया जा चुका है.
Lucknow News : उत्तर प्रदेश में सेफ सिटी परियोजना को धरातल पर उतारने के लिए योगी सरकार की ओर से युद्धस्तर पर काम किया जा रहा है. परियोजना के तहत सेफ सिटी पर पैनी नजर रखने के लिए करीब 22 हजार कैमरों की पहचान की गई है.
पहले चरण में इन जगहों पर लगेंगे कैमरे
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप गृह विभाग ने सेफ सिटी परियोजना के पहले चरण के तहत 17 नगर निगमों और गौतमबुद्ध नगर में इंटीग्रेशन के लिए 21,968 कैमरों की पहचान की है. इसमें से 15,732 को कंट्रोल रूम से इंटीग्रेट किया जा चुका है.
नए कैमरे लगाए जाएंगे
इसके अलावा नए कैमरों के लिए 4,150 हॉटस्पॉट चिन्हित किए गए हैं. यहां नए कैमरे लगाने का काम जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा. साथ ही 1861 हॉटस्पॉट को चिन्हित कर 656 पीआरवी द्वारा पेट्रोलिंग कराई जा रही है. इस दौरान 2324 डार्क स्पॉट्स को भी चिन्हित किया गया है. इसमें से 1416 स्थानों पर स्ट्रीट लाइट स्थापित की जा चुकी है.
सीएम योगी ने की बैठक
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सेफ सिटी परियोजना को लेकर हाल ही में गृह विभाग के साथ समीक्षा बैठक की. इसमें उन्हें गृह विभाग के अधिकारियों ने प्रगति रिपोर्ट से अवगत कराया. इस दौरान उन्होंने परियोजना से जुड़े गृह विभाग के शेष बचे कार्यों को जल्द पूरा करने के निर्देश दिए. सेफ सिटी परियोजना पर सीएम की इसी मंशा के अनुरूप तेजी से कार्य किया जा रहा है.
अंधेरे वाले स्थान चिन्हित
इनमें सरकारी और निजी सीसीटीवी, अंधेरे वाले स्थानों, स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था वाले स्थानों की पहचान का काम डेडलाइन के तहत पूरा कर लिया गया है. गृह विभाग द्वारा 17 नगर निगम और गौतमबुद्ध नगर में सीसीटीवी कैमरों को स्मार्ट सिटी के कंट्रोल रूम से इंटीग्रेट करने के लिए 21 हजार से अधिक कैमरों को चिन्हित किया गया है.
इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के लिए 7285 कैमरे
इनमें 10 नगर निगम के स्मार्ट सिटी के इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) से इंटीग्रेशन के लिए 11544 कैमरों को चिन्हित किया गया है, जबकि 7 नगर निगम के स्मार्ट सिटी के इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) से इंटीग्रेशन के लिए 7285 कैमरों को चिन्हित किया गया है.
3139 कैमरों की पहचान की गई
इसी तरह गौतमबुद्ध नगर के आईसीसीसी से इंट्रीग्रेशन के लिए 3139 कैमरों की पहचान की गई है. इनमें से नगर विकास द्वारा 10 नगर निगम के आईसीसीसी से 8940 कैमरों को इंटीग्रेट किया जा चुका है. इसी तरह पुलिस विभाग के अलावा स्मार्ट सिटी के कंट्रोल रूम से 10 नगर निगम के आईसीसीसी से 5684 कैमरों और 7 नगर निगम के आईटीएमएस से 1108 कैमरों को जोड़ा जा चुका है. ऐसे में कुल 15 हजार से अधिक सीसीटीवी को आईसीसीसी और आईटीएमएस से जोड़ा जा चुका है.
वाराणसी में 728 हॉटस्पॉट चिन्हित
यूपी पुलिस ने सबसे अधिक गौतमबुद्ध नगर में 3139 सीसीटीवी की पहचान की है, जबकि दूसरे नंबर पर कानुपर में 3019, तीसरे नंबर पर मेरठ में 2120, चौथे नंबर पर गाजियाबाद में 1464 और पांचवे नंबर पर लखनऊ में 1461 सीसीटीवी की पहचान की है.
2324 डार्क स्पॉट चिन्हित
इसी तरह महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों एवं दिव्यांगजनों के लिए एक सुरक्षित, संरक्षित एवं सशक्त वातावरण देने के लिए 2324 डार्क स्पॉट चिन्हित किए हैं. इनमें पहले नंबर पर गौतमबुद्ध नगर में 322, दूसरे नंबर पर कानुपर में 268, तीसरे नंबर पर गाजियाबाद में 263, चौथे नंबर पर वाराणसी में 196 और पांचवे नंबर पर अलीगढ़ में 182 डार्क स्पॉट चिन्हित किए हैं.
4150 हॉटस्पॉट सीसीटीवी के लिए चिन्हित
इसके अलावा यूपी पुलिस ने 4150 हॉटस्पॉट सीसीटीवी के लिए चिन्हित किए हैं. इनमें पहले नंबर पर वाराणसी में 728, दूसरे नंबर पर लखनऊ में 509, तीसरे नंबर पर कानपुर में 449, चौथे नंबर पर अलीगढ़ में 353 और पांचवे नंबर पर मेरठ में 316 हॉट स्पॉट स्थानों की सीसीटीवी के लिए पहचान की गई है.
Varanasi: Asian Games में काशी के लाल ने देश का नाम किया रोशन, घर में ऐसे मन रही खुशहाली