नमस्ते ऑस्ट्रेलिया! ब्रिस्बेन में ऐसा क्या बोले विदेश मंत्री जयशंकर, खूब हो रही चर्चा
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नमस्ते ऑस्ट्रेलिया! ब्रिस्बेन में ऐसा क्या बोले विदेश मंत्री जयशंकर, खूब हो रही चर्चा

Jaishankar in AUS: ब्रिस्बेन में उन्होंने बताया कि ऑस्ट्रेलिया में लगभग 1,25,000 भारतीय मूल के लोग बसे हुए हैं और 15 से 16 हजार भारतीय छात्र इसी राज्य में पढ़ाई कर रहे हैं. इसके साथ ही भारत को होने वाले कुल निर्यात में से 75% इसी राज्य से आता है.

नमस्ते ऑस्ट्रेलिया! ब्रिस्बेन में ऐसा क्या बोले विदेश मंत्री जयशंकर, खूब हो रही चर्चा

India Australia Relations: भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर रविवार को ब्रिस्बेन पहुंचे. उन्होंने वहां पहुंचते ही सोशल मीडिया पर लिखा नमस्ते ऑस्ट्रेलिया! आज ब्रिस्बेन पहुंच गया. भारत-ऑस्ट्रेलिया दोस्ती को आगे बढ़ाने के लिए अगले कुछ दिनों में सकारात्मक बातचीत की आशा है. असल में विदेश मंत्री ऑस्ट्रेलिया में भारत के चौथे वाणिज्य दूतावास का उद्घाटन करेंगे और विदेश मंत्रियों के 15वें फ्रेमवर्क डायलॉग एफएमएफडी में भाग लेंगे. इस दौरान जयशंकर ने ऑस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन में भारतीय समुदाय को संबोधित किया. 

अपने बेबाक अंदाज मशहूर जयशंकर का यह दौरा खूब चर्चा में है और वहां रह रहे छात्र काफी उत्साहित हैं. सोशल मीडिया पर भी काफी अच्छी प्रतिक्रिया आ रही है. ब्रिस्बेन में उन्होंने बताया कि ऑस्ट्रेलिया में लगभग 1,25,000 भारतीय मूल के लोग बसे हुए हैं और 15 से 16 हजार भारतीय छात्र इसी राज्य में पढ़ाई कर रहे हैं. इसके साथ ही, ऑस्ट्रेलिया में भारत को होने वाले कुल निर्यात में से 75% इसी राज्य से आता है, जो दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों की मजबूती को दर्शाता है. 

यह सहयोग मात्र एक शुरुआत

एस जयशंकर ने कहा कि बीते दस वर्षों में यह सहयोग मात्र एक शुरुआत है और भविष्य में इसे और भी बढ़ावा देने का लक्ष्य है. उन्होंने बताया कि दोनों देशों ने एक ऐसा ढांचा तैयार किया है, जिससे इस संबंध में और भी प्रगति होगी. उन्होंने "क्वाड" (QUAD) जैसे महत्वपूर्ण कूटनीतिक मंच का उल्लेख करते हुए बताया कि ऑस्ट्रेलिया इसके संस्थापक साझेदारों में से एक है, जिससे भारत और ऑस्ट्रेलिया के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती मिलती है.

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के युग में

विदेश मंत्री ने यह भी कहा कि हाल ही में भारत के शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया. उन्होंने बताया कि शिक्षा और शोध क्षेत्र आने वाले समय में ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के युग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.

 15वें एफएमएफडी की सह-अध्यक्षता

बता दें विदेश मंत्री 3 से 8 नवंबर तक ऑस्ट्रेलिया और सिंगापुर के दौरे पर रहेंगे. जयशंकर की यात्रा का पहला पड़ाव ऑस्ट्रेलिया में 7 नवंबर तक जारी रहेगा. अपने प्रवास के दौरान, विदेश मंत्री कैनबरा में अपनी ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष पेनी वोंग के साथ 15वें एफएमएफडी की सह-अध्यक्षता करेंगे. इस दौरान दोनों मंत्री भारत-प्रशांत क्षेत्र में आपसी हितों पर ध्यान केंद्रित करते हुए द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा करेंगे.

जयशंकर ने क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक से पहले जुलाई में टोक्यो में वोंग से मुलाकात की थी. विदेश मंत्रालय के अनुसार, ऑस्ट्रेलिया में रहते हुए, जयशंकर ऑस्ट्रेलियाई संसद भवन में होने वाले दूसरे रायसीना डाउन अंडर सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में मुख्य भाषण भी देंगे. बयान में कहा गया कि उनके कार्यक्रम में ऑस्ट्रेलियाई नेताओं, सांसदों, भारतीय प्रवासियों के सदस्यों के साथ-साथ व्यापार, मीडिया और थिंक टैंक के प्रतिनिधियों के साथ बैठकें शामिल हैं.

8 नवंबर को सिंगापुर जाएंगे

ऑस्ट्रेलिया की अपनी यात्रा के बाद विदेश मंत्री जयशंकर 8 नवंबर को सिंगापुर जाएंगे. वे आसियान-भारत थिंक टैंक नेटवर्क के 8वें गोलमेज सम्मेलन में भाग लेंगे. विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया कि वे दोनों देशों के बीच घनिष्ठ साझेदारी की समीक्षा करने और द्विपक्षीय संबंधों को और बढ़ाने के अवसरों की तलाश में सिंगापुर के नेतृत्व से भी मिलेंगे. agency input

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