महाकुंभ 2025 से पहले यूपी को मिलेगा देश का दूसरा सबसे लंबा गंगा एक्सप्रेसवे, बड़े विमान भी कर सकेंगे लैंडिंग
Lucknow News: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार महाकुंभ 2025 को लेकर विशेष तैयारियों में जुटी हुई है. गंगा एक्सप्रेस-वे के संचालन के साथ ही शीर्ष 10 में यूपी के 5 एक्सप्रेस-वे शामिल हो जाएंगे.
अजीत प्रताप सिंह/लखनऊ: उत्तर प्रदेश की सरकार प्रदेश को एक और बड़ी सौगात देने की तैयारी में हैं. महाकुंभ से पहले गंगा एक्सप्रेसवे का शुभारंभ हो जाएगा. सूबे के सीएम योगी ने देश के दूसरे सबसे लंबे एक्सप्रेस-वे को 2024 के अंत तक शुरू करने के लिए यूपीडा के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. बता दें उत्तर प्रदेश इस समय देश में सर्वाधिक एक्सप्रेस-वे वाला राज्य है. यहां 6 एक्सप्रेस-वे संचालित हैं, जबकि 7 एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य चल रहा है. इनमें गंगा एक्सप्रेस-वे सीएम योगी आदित्यनाथ का सबसे महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है.
देश के 10 शीर्ष एक्सप्रेसवे में 5 यूपी
गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण के साथ ही देश के 10 शीर्ष एक्सप्रेसवे में 5 यूपी के होंगे सीएम योगी ने साल के अंत तक गंगा एक्सप्रेसवे को शुरू करने के निर्देश दिए हैं. मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली और प्रयागराज तक तेज रफ्तार होगी. मेरठ-बुलंदशहर के बिजौली से शुरू होकर प्रयागराज में जूड़ापुर दादू में खत्म होगा . 7467 हेक्टेयर भूमि पर तैयार होने वाले इस एक्सप्रेस-वे परियोजना की लागत 36,230 करोड़ रुपये है.
12 जिलों को हाई स्पीड ट्रैफिक से जोड़ेगा
ये एक्सप्रेसवे प्रदेश को पूरब से पश्चिम तक जोड़ते हुए 12 जिलों के 518 गांवों से होकर गुजरेगा. ये एक्सप्रेसवे 12 जिलों को हाई स्पीड ट्रैफिक से जोड़ेगा. 594 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे मुंबई नागपुर एक्सप्रेसवे के बाद देश का दूसरा सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होगा. गंगा एक्सप्रेस-वे की प्रस्तावित लंबाई 594 किमी है, जो मुम्बई-नागपुर एक्सप्रेस-वे के बाद देश का दूसरा सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे होगा. वहीं भारत के टॉप 10 लंबे एक्सप्रेस-वे में भी यूपी के 4 एक्सप्रेस-वे पहले से ही अपनी जगह बनाए हुए हैं. गंगा एक्सप्रेस-वे के संचालन के साथ ही शीर्ष 10 में यूपी के 5 एक्सप्रेस-वे शामिल हो जाएंगे.
बड़े विमान भी कर सकेंगे लैंडिंग
गंगा एक्सप्रेसवे पर विमान की भी लैंडिंग हो सकेगी. 6 लेन के साथ शुरू होने वाले गंगा एक्सप्रेसवे को 8 लेन विस्तारित किए जाने का प्रस्ताव है. एक्सप्रेस-वे पर विभिन्न स्थानों पर 9 जन सुविधा परिसरों को विकसित की जाएंगी. दो स्थानों पर मुख्य टोल प्लाजा और 15 स्थान पर रैंप टोल प्लाजा प्रस्तावित है. इसके अलावा गंगा नदी पर (960 मीटर) और रामगंगा नदी पर (720 मीटर) जैसे बड़े सेतु का निर्माण भी होना है. शाहजहांपुर के जलालपुर तहसील के पास 3.5 किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी का भी निर्माण होगा. गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण में मेसर्स आईआरबी इन्फ्रास्ट्रक्चर और मेसर्स अडाणी इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसी बड़ी कंपनियां लगी हुई हैं.