संभल: आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत के बयान "सबका डीएनए एक ही है" पर संभल के इमाम मौलाना सुलेमान अशरफ ने जवाब दिया है. मौलाना सुलेमान अशरफ मोहन भागवत के इस बयान पर भड़कते नजर आए. अब उन्होंने एक बयान देकर कहा है कि हिंदू-मुसलमानों का डीएनए कभी एक नहीं हो सकता, क्योंकि मुसलमान दुनिया के तमाम मुल्कों से हिंदुस्तान में आकर आवाद हुए हैं. इमाम मौलाना सुलेमान अशरफ ने यह भी कहा कि उन मुसलमानों का डीएनए एक हो सकता है, जिन्होंने हिंदू धर्म छोड़कर मुस्लिम मजहब अपनाया है.


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दोनों धर्मों के पूर्वज को बताया था एक
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने बड़ा बयान देते हुए लिंचिंग को हिंदुत्व के खिलाफ बताया है. मोहन भागवत ने 'हिंदू-मुस्लिम एकता' शब्द को भ्रामक बताया और कहा कि दोनों एक हैं. आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को ख्वाजा इफ्तार अहमद की लिखित पुस्तक 'द मीटिंग ऑफ माइंड्स' का विमोचन करते हुए कहा, हम एक हैं और इसका आधार हमारी मातृभूमि है. इसलिए यहां कभी झगड़ा करने की जरूरत नहीं पड़ती. हम समान पूर्वजों के वंशज हैं. हम भारत के सब लोगों का डीएनए समान है. चाहे वे किसी भी धर्म के हों.


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दिग्विजय सिंह ने कही थी यह बात
वहीं, मोहन भागवत के इस बयान के बाद सियासत भी तेज हो गई है. कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने तंज कसते हुए कहा है, भागवत यह विचार आप अपने शिश्यों को पालन करने के लिए बाध्य कर देंगे, तो मैं उनका प्रशंसक हो जाऊंगा.


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