बागपत/कुलदीप चौहान: उत्तर प्रदेश में धर्मान्तरण मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. ATS की जांच में कुछ ऐसे परिवार सामने आए है जिनका आरोप है कि धर्मातंरण गैंग के सदस्य नाबालिग हिन्दू लड़कियों को बहला फुसला कर या फिर किसी तरह का लालच देकर गायब कर देते थे. जब लड़कियां बालिग होते ही उसका निकाह करवा कर उसका धर्म परिवर्तन करा मुस्लिम बना दिया जाता था. अब तक कि जांच में 5 से 6 शिकायतें up ats को मिली हैं. पीड़ित परिवारों का आरोप है कि लोकल पुलिस की ओर से इन परिवारों की शिकायत को नजरअंदाज किया जाता है.


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उत्तर प्रदेश के बागपत जनपद में भी धर्मांतरण का मामला सामने आया है. जहां एक युवती ने शादीशुदा मुस्लिम युवक पर नाम बदलकर प्रेम जाल में फंसाने और फिर धोखे से धर्मांतरण कराने का आरोप लगाया है. इतना ही नहीं युवती का कहना है कि युवक ने उसपर जबरन मीट खाने और नमाज पढ़ने का दबाव भी बनाया.


आरोप यह भी है कि असलियत सामने आने के बाद 9 साल तक उसे जबरन बंधक बनाकर रखा गया. इस दौरान उसने एक बच्चे को भी जन्म दिया. वहीं पीड़िता के वकील के मुताबिक आरोपी युवक को फिलहाल पुलिस ने जेल भेज दिया है.


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ऐसे हुई थी मुलाकात
दरअसल मामला बागपत शहर कोतवाली के गाधी गांव का है. जहां की युवती ने बताया कि 9 साल पहले फोन पर आई मिस कॉल के जरिए उसकी दोस्ती एक युवक से हो गई थी. जो बागपत के ही खट्टा प्रहलादपुर का रहने वाला है. उसने खुद का नाम कपिल बताते हुए मेरठ का रहने वाला बताया. ऐसे में दोनों के बीच प्रेम प्रसंग हुआ और युवती कपिल के साथ घर से फरार हो गई.


मस्जिद में किया निकाह
जिसके बाद दोनों ने मेरठ में रहने लगे जहां एक महीने बाद कपिल ने बताया कि उसका नाम कपिल नहीं कामिल है. उसने यह भी बताया कि वह पहले से ही शादीशुदा है. लेकिन उसके बाद भी वह युवती से शादी करने की इच्छा जाहिर करते हुए उसे मुजफ्फरनगर एक मस्जिद में ले गया.जहां उसने धोखे से उसका नाम राबिया रख उसका धर्म परिवर्तन कर निकाह कर लिया. जब जब इस बात का पता युवती को चला तो उसने इसका विरोध किया, जिसके बाद युवक ने उसके साथ मारपीट करना शुरू कर दिया.


पीड़िता का आरोप है कि कामिल और उसके परिवार वाले जबरन उसे मीट खाने और नमाज पढ़ने का दबाव बनाते थे. युवती का कहना है कि 9 साल तक उसके मर्जी के खिलाफ उसे बंधक बनाकर रखा गया. इस दौरान वह मां भी बन गई. उसने कई बार घर से भागने की कोशिश भी की. फिलहाल युवती का कहना है कि वह आरोपी शख्स के खिलाफ कार्रवाई चाहती है और फिर से अपने हिंदू धर्म में घर वापसी करना चाहती है.


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वहीं पीड़िता के वकील की मानें तो पूछताछ के दौरान आरोपी युवक ने बताया कि वह एक संगठन से जुड़ा है जो हिंदू लड़कियों का धर्मांतरण कराता है.फिलहाल पुलिस पीड़िता की तहरीर पर मुकद्दमा दर्ज कर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और पुलिस के अधिकारी मामले की तफ्तीश में जुटे हैं.


बता दें कि गुजरात से भी एक शक्स का नाम सामने आया है. जो उमर गौतम और उसकी संस्था इस्लामिक दवाह सेंटर को हवाला के जरिये पैसे देता था. जांच प्रभावित ना इसलिए ATS की टीम फिलहाल नाम का खुलासा करने से बच रही है.


इसके अलावा ATS उमर गौतम के 5 से 6 साथियों की तलाश में है. जो धर्मतरण जिहाद में सीधे तैर पर उमर गौतम और उसके संस्था से जुड़े थे. नोएडा डेफ सोसाइटी के अलावा दिल्ली के बीकाजी कामा प्लेस में स्तिथि डेफ सोसाइटी, गुरुग्राम और फरीदाबाद के डेफ सोसाइटी में धर्मतरण का रैकेट चलता था.


सूत्रों के मुताबिक उमर गौतम के घर से मिले 1000 लोगों के धर्मतरण के कागजात मिले है. उनमें से 500 से ज्यादा पीड़ित परिवार को ATS की टीम ने वेरीफाई कर लिया है.


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