Meerut Subharti university: मेरठ की सुप्रसिद्ध सुभारती यूनिवर्सिटी में नकल के खुल्लमखुल्ला खेल का भंडाफोड़ यूपी एसटीएफ की रेड से हुआ है. एसटीएफ टीम ने शुक्रवार सुबह सटीक सूचना के बाद UGC NET Exam  के सेंटर सुभारती विश्वविद्यालय में छापेमारी की तो एग्जामिनेशन लैब में चल रहे नकल के रैकेट का पर्दाफाश हुआ. 


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जानकारी के मुताबिक, एसटीएफ की टीम जब छापेमारी कर अंदर पहुंची तो एग्जामिनेशन लैब के सर्वर रूम से लोकल एरिया नेटवर्क से जुड़ा एक्स्ट्रा एडमिन कंप्यूटर मिला. सर्वर रूम में 2 लैपटॉप मिले. इसमें एनी डेस्क रिमोट एक्सेस टूल मिला. यहां एक मोबाइल एग्जाम कराने वाले कर्मचारी से मिला. मोबाइल में चार अभ्यर्थियों के नाम रोल नंबर और उनके सिस्टम का आईपी एड्रेस मिला. इस आईपी एड्रे को सेंटर के बाहर किसी अनजान शख्स से शेयर किया गया था. इससे इन अभ्यर्थियों की स्क्रीन शेयर की गई थी. पेपर को बाहर से सॉल्वर के जरिये हल कराया जा रहा था. 25 जुलाई को पहली और दूसरी पाली में हुए एग्जाम में 11 परीक्षार्थियों के नाम मोबाइल की डिलीट फाइल से मिले. इसके बाद कानूनी कार्रवाई शुरू की गई.


एसटीएफ प्रमुख और एडीजी लॉ एंड ऑर्डर आईपीएस अमिताभ यश ने जानकारी दी कि सुभारती विश्वविद्यालय में आयोजित CSIR नेट की परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने सर्च अभियान चलाया था.एग्जाम लैब के सर्वर रूम से रिमोट एक्सेस टूल के जरिये बाहर सॉल्वर द्वारा प्रश्नपत्र हल कराने की बात सामने आई है.इसमें किन अभ्यर्थियों को नकल कराई गई है, उसका खुलासा हो गया है. अभ्यर्थियों के मोबाइल का आईपी एड्रेस दूसरों को शेयर किया गया था. सॉल्वर इसके जरिये ही उनका प्रश्नपत्र हल कर रहा था. 11 परीक्षार्थियों के मोबाइल नंबरों का इससे पता चला है.