कौन हैं कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह, रामपुर में आजम का किला ढहाया अब मुरादाबाद में संभाला मोर्चा
IAS Anjaneya Kumar Profile: संभल में हिंसा के बाद हालात नियंत्रण में है. उपद्रवियों से निपटने के लिए संभल के डीएम और एसपी के अलावा मुरादाबाद के कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह को भी घटनास्थल पर भेजा गया है.
IAS Anjaneya Kumar Profile: संभल हिंसा के 24 घंटे बाद एक्शन शुरू हो गया है. संभल पुलिस ने 800 अज्ञात पर एफआईआर दर्ज कर ली है. इतना ही नहीं 25 उपद्रवियों को गिरफ्तार भी कर लिया है. पूरे मामले में मुरादाबाद के कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह मोर्चा संभाले हुए हैं. आईएएस अधिकारी आंजनेय कुमार सिंह रामपुर में आजम खान का किला ढहाने के लिए भी जाने जाते हैं. अब संभल हिंसा में सड़क पर उतरे गए हैं.
कौन हैं आंजनेय कुमार?
आईएएस आंजनेय कुमार सिंह का जन्म यूपी के मऊ जिले के सलाहाबाद गांव में हुआ है. उनके पिता मऊ के डीसीएस खंडेलवाल पीजी कॉलेज में शिक्षक थे. 12वीं में उनके 49 फीसदी अंक आए थे. इंटरमीडिएट में उनका सेकेंड डिवीजन पास होना पूरे परिवार के लिए काफी शर्मिंदगी भरा था. हालांकि आगे की पढ़ाई उन्होंने इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय से की. इसके बाद बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से आगे की पढ़ाई की.
पत्रकारिता की पढ़ाई फिर शुरू की सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी
2005 के सिक्किम कैडर के आईएएस अफसर आंजनेय कुमार सिंह के पिता डॉक्टर महेंद्र सिंह डीसीएसके पीजी कॉलेज मऊ से जियोग्राफी डिपार्टमेंट के विभागाध्यक्ष और चीफ प्रॉक्टर के पद से सेवानिवृत्त हैं. पिता जी के संस्कारों और अनुशासन का इनके ऊपर भरपूर प्रभाव था. आंजनेय कुमार सिंह ने मास कम्युनिकेशन में पीजी कर कुछ समय तक पत्रकारिता भी की. इसके बाद सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी में जुट गए. कई बार असफल होने के बाद भी आंजनेय कुमार सिंह ने हार नहीं मानी और अपने अंतिम प्रयास में साल 2005 में यूपीएससी क्रैक कर लिया.
सपा नेता आजम खां का रामपुर में किला ढहाया
आंजनेय कुमार की रिपोर्ट पर ही आजम खा के साम्राज्य को ध्वस्त कर दिया गया. इतना ही नहीं उनकी रिपोर्ट के आधार पर ही आजम खां के बेटे अब्दुल्ला की विधायकी तक चली गई. अब्दुल्ला 2017 में विधानसभा चुनाव लड़ा और जीत गया. इसके बाद अब्दुल्ला के उम्र को लेकर सवाल उठा. आरोप था कि अब्दुल्ला ने फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर अपनी उम्र 25 वर्ष बता कर नामांकन किया था. इसके बाद मामले की जांच चुनाव आयोग ने तत्कालीन रायपुर कलेक्टर आंजनेय कुमार सिंह से कराई. इनकी रिपोर्ट पर ही अब्दुल्ला पर कार्रवाई हुई है.
संभल हिंसा के बाद सड़क पर उतरे
संभल में जामा मस्जिद सर्वे करने गई टीम पर भीड़ ने हमला बोल दिया. हजारों की भीड़ ने पुलिस टीम पर पथराव और आगजनी कर दी. संभल हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई. माहौल इतना बिगड़ा कि जिला प्रशासन को इंटरनेट सेवा तक बंद करनी पड़ी. इसके बाद मुरादाबाद के कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह को मोर्चा संभालने की जिम्मेदारी दी गई. संभल पहुंचते ही आंजनेय कुमार सिंह ने उपद्रवियों पर कार्रवाई शुरू कर दी है.
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