मैनपुरी, रामपुर और खतौली में भाजपा ने तय किए प्रत्याशियों के नाम, केंद्रीय नेतृत्व लगाएगा अंतिम मुहर, जानिए अखिलेश को घेरने की BJP की रणनीति!
Mainpuri, Rampur and Khatuli By-Election: कल हुई कोर कमेटी की बैठक में कई नामों पर हुआ मंथन..रामपुर,मैनपुरी,खतौली सीट को लेकर कई नामों पर चर्चा हुई..
विशाल सिंह/लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने मैनपुरी लोकसभा सीट के लिए और रामपुर और खतौली विधानसभा सीटों के लिए 5 दिसम्बर को होने वाले उपचुनाव के लिए अपने प्रत्याशी तय कर लिए हैं. बीजेपी मैनपुरी और खतौली में पिछड़े और रामपुर में सामान्य वर्ग से आने वाले चेहरों पर दांव लगा रही है. इनमें शाक्य, सैनी और सक्सेना शामिल हैं.
शनिवार शाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में पांच कालिदास मार्ग स्थित सीएम आवास में हुई बीजेपी कोर कमेटी की बैठक में प्रत्याशियों के नाम को लेकर मंथन हुआ था. तीन-तीन नामों के पैनल केंद्रीय चुनाव समिति को भेज दिए गए हैं. केंद्रीय नेतृत्व तीनो सीटों पर अंतिम मुहर लगाएगा.
रामपुर विधानसभा सीट के लिए ये नाम
बात करें रामपुर विधानसभा सीट (Rampur Assembly Seat) पर आकाश सक्सेना, अजय गुप्ता, भारत भूषण गुप्ता के नाम पर चर्चा हुई. हालांकि यहां दौड़ में आकाश सक्सेना को सबसे आगे माने जा रहे हैं. खतौली सीट (Khatauli seat) के लिए भी कई नामों को लेकर चर्चा की गई. इनमें ओबीसी मोर्चा के क्षेत्रीय महामंत्री रूपेंद्र सैनी, सुधीर सैनी, प्रदीप सैनी और राजकुमारी सैनी के नाम शामिल हैं.
मैनपुरी लोकसभा सीट (Mainpuri Lok Sabha seat)
मैनपुरी लोकसभा सीट के लिए ममतेश शाक्य, रघुराज शाक्य, प्रेमपाल शाक्य और प्रदीप कुमार शामिल है. रामपुर विधानसभा सीट के लिए आकाश सक्सेना, अजय गुप्ता, भारत भूषण गुप्ता का पैनल . खतौली सीट के लिए रूपेंद्र सैनी, सुधीर सैनी, प्रदीप सैनी और राजकुमारी सैनी के नाम शामिल हैं. बता दें कि राजकुमारी इसी सीट से विधायक रहे विक्रम सैनी की पत्नी हैं, जिन्हें एमपी-एमएलए कोर्ट से सजा होने के चलते यह सीट खाली हुई. यूपी बीजेपी ने तीनों सीटों के उपचुनाव के लिए तैयार पैनल केंद्रीय नेतृत्व को भेज दिया है.
तीनों सीटों पर 5 दिसंबर को वोटिंग
बता दें कि मैनपुरी लोकसभा समेत तीनों सीटों पर आगामी 5 दिसंबर को वोटिंग होनी है. बीजेपी कोर कमेटी की बैठक में इन सीटों को लेकर प्रत्याशियों के नाम पर मंथन किया गया. सबसे पहले मैनपुरी लोकसभा सीट को लेकर चर्चा हुई जिसमें कई नाम शामिल थे.पार्टी की कोशिश यहां गैर यादव और गैर मुस्लिम मतों को सपा के खिलाफ एकजुट करने की है.