लखनऊ : नगर निकाय चुनाव के ऐलान के बाद समाजवादी पार्टी कार्यालय में उम्मीदवारों की भीड़ लगना शुरू हो गई है. हर कोई टिकट के लिए अखिलेश यादव के पास हाजिरी लगाने पहुंच रहा है. वहीं नगर निकाय चुनाव में समाजवादी पार्टी आरक्षण का दांव खेल सकती है. पार्टी अनारक्षित सीट पर ओबीसी और एससी दावेदार उतारने की तैयाीरी में है. सपा भाजपा पर आरक्षण की अनदेखी का आरोप लगाते हुए आरक्षण का दांव चलना चाहती है. पार्टी की रणनीति है कि जिन इलाके में पिछड़े, अति पिछड़े अथवा अनुसूचित जाति की संख्या अधिक है, वहां इस वर्ग से उम्मीदवार उतारे जाएं. ऐसे में कई अनारक्षित सीटों पर इस वर्ग के उम्मीदवार उतार कर आरक्षण का हितैषी होने का संदेश दिया जाएगा. अखिलेश यादव ने निर्देश दिया है कि जिले को यूनिट बनाकर नगर पालिका व नगर पंचायत अध्यक्ष एवं सभासदों के बीच सामाजिक समीकरण साधा जाए. 


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समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता अवधेश प्रसाद ने कहा कि सपा आगामी नगर निकाय चुनाव के लिए पूरी तरीके से तैयार है. भाजपा को धूल चटाएंगे तो वहीं सपा के प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने कहा की समाजवादी पार्टी जनता के विकास के मुद्दों को लेकर चुनाव में उतरेगी क्योंकि भाजपा जनता के विकास की बात नहीं करती. यही वजह है कि इस बार के नतीजे ऐतिहासिक होंगे और सपा के पक्ष में होंगे. जल्द ही उम्मीदवारों की लिस्ट सबके सामने होगी. निकाय चुनाव का बिगुल बज गया है. 9-9 मंडलों में दो चरण में चुनाव संपन्न होंगे. राज्य निर्वाचन आयुक्त ने 9 अप्रैल को चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया. इसके साथ ही आचार संहिता लग गई है. 4 मई को पहले चरण का चुनाव है जबकि दूसरे चरण के 11 मई को मतदान है.13 मई को वोटिंग होनी है.  


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