नगर निगम-नगर पालिका चुनाव में नोटा का इस्तेमाल होगा, नगर निकाय चुनाव में निर्वाचन आयोग की तैयारी
UP Nagar Nikay Chunav 2022 : उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव 2022 की घोषणा नवंबर के अंत में राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा की जा सकती है. नगर निगम-नगर पालिका चुनाव में NOTA का विकल्प होगा.
उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव 2022 में भी बीजेपी, समाजवादी पार्टी, कांग्रेस, आरएलडी और बसपा जैसे पड़े राजनीतिक दल अपने चुनाव चिन्ह पर मैदान में उतरने को तैयार हैं. लेकिन नगर निगम, नगरपालिका और नगर पंचायत के इस चुनाव में नोटा का विकल्प भी मतदाताओं के सामने होगा. शहरी इलाकों में मतदाता नोटा का इस्तेमाल ज्यादा करते भी हैं. शहरी क्षेत्र में यह प्रत्याशियों के लिए मामूली अंतर से जीत हार में निर्णायक साबित हो सकता है.
पिछले चुनाव में नगर निगम और पार्षदों के लिए मतदान ईवीएम और नगरपालिका परिषद और नगर पंचायत चुनाव बैलेट पेपर के जरिये कराया गया था. लखनऊ नगर निगम में 41.94 फीसदी वोट पड़े थे, जिसमें से 6 हजार के करीब मतदाताओं ( 0.61 फीसदी) ने नोटा का विकल्प चुना था.कानपुर नगर निगम, प्रयागराज नगर निगम, गोरखपुर नगर निगम जैसे अन्य नगर निकायों में भी बड़ी संख्या में मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाया था.
यूपी पुलिस की छुट्टियां रद्द
UP पुलिस की छुट्टियां तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है. उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव और नगर निकाय चुनाव को देखते हुए ये आदेश जारी किया गया है. नगर निकाय चुनाव का ऐलान नवंबर अंत में हो सकता है. मतदान विधानसभा सत्र के बाद दिसंबर में हो सकता है. निकाय चुनाव को लेकर कांग्रेस ने प्रभारी नियुक्त किए हैं. लखनऊ निकाय चुनाव पर 6 प्रभारी नियुक् किए गए हैं. विधानसभा क्षेत्रवार प्रभारी नियुक्त किए गए हैं. पार्षद चुनाव में भाग लेने वाले उम्मीदवारों का आवेदन लिया जाएगा. आवेदन जमा करने के साथ वार्डवार सूची तैयार की जाएगी.
रालोद ने जारी किया मिस्ड कॉल नंबर
सपा के साथ मिलकर निकाय चुनाव लड़ रहे राष्ट्रीय लोकदल ने महिला उम्मीदवारों को बढ़ावा देने के लिए मिस्ड कॉल नंबर जारी किया है. इससे महिला वोटरों के साथ महिला प्रत्याशियों को लुभाने की रणनीति माना जा रहा है. रालोद ने कहा है कि जो महिलाएं पार्षद यानी सभासद का चुनाव लड़ना चाहती हैं वो इस नंबर (8527888807) पर मिस्ड कॉल दें और आवेदन भरें. रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी ने ये पहल की है.
बागपत नगर निकाय चुनाव में 500 जिला बदर
बागपत में आपराधिक पृष्ठभूमि वाले 500 लोग को जिला बदर घोषित किया गया है. चुनाव शांतिपूर्ण और निष्पक्ष कराने के लिए होगी जिलाबदर की कार्रवाई की गई है. आपराधिक इतिहास के मद्देनजर गैंगस्टर की भी कार्रवाई होगी.तीन नगर पालिकाओं और 6 नगर पंचायतो के क्षेत्रों के अपराधी और उपद्रवी तत्वों को चिन्हित किया गया है.
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