UP Nikay Chunav 2023 : यूपी में नगर निकाय चुनाव का बिगुल बज चुका है. सरकार की ओर से आरक्षण सूची जारी होने के बाद दावेदार दमखम दिखाना शुरू कर दिए हैं. इन दावेदारों के सामने सबसे पहली लड़ाई सत्‍ताधारी दल से टिकट पाने की है. भाजपा से टिकट के तलबगार शीर्ष नेतृत्‍व की ओर रुख करने लगे हैं. भावी प्रत्‍याशी खुद के द्वारा किए गए कामों को गिना रहे हैं. 


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असली परीक्षा की घड़ी आई 
दरअसल, बीते दिनों यूपी सरकार ने कोर्ट के आदेश पर दोबारा आरक्षण सूची जारी कर दी. इसके बाद सरकार ने 6 अप्रैल तक आपत्तियां मांगीं. अब माना जा रहा है कि जल्‍द ही चुनाव आयोग की ओर से तिथियां भी घोषित हो सकती हैं. वहीं, अपनी-अपनी दावेदारी ठोंक रहे भावी प्रत्‍याशी टिकट के लिए दौड़ लगानी शुरू कर दी है. 


भाजपा से दावेदारों की सबसे ज्‍यादा संख्‍या 
इन भावी प्रत्‍याशियों में सबसे ज्‍यादा भाजपा से अपनी दावेदारी कर रहे हैं. इतना ही नहीं आरक्षण सूची आने के बाद दावेदार भाजपा के शीर्ष नेतृत्‍व की परिक्रमा लगाने में जुट गए हैं. इतना ही नहीं दावेदार जगह-जगह अपना बायोडाटा देकर स्‍थानीय स्‍तर पर किए गए कामों को गिना रहे हैं. 
  
लखनऊ तक की दौड़ लगा रहे दावेदार  
ये दावेदार काशी, लखनऊ ही नहीं दिल्ली से भी सिफारिश का प्रयास कर रहे हैं. कुछ लोगों ने तो लखनऊ में ही डेरा डाल दिया है. उधर, यूपी के डिप्‍टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को निकाय चुनाव के लिए 25 जिलों का प्रभारी बनाया गया है. ऐसे में उनके यहां भी दावेदार पहुंच रहे हैं. 


केंद्रीय मंत्रियों से कर रहे मुलाकात 
वहीं, कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह को प्रयागराज का प्रभार मिला है. ऐसे में महापौर की दावेदारी को लेकर इनसे भी मुलाकात कर रहे हैं. इतना ही नहीं कुल मिलाकर चुनाव की तारीखें तय होने से पहले दावेदारों की अग्निपरीक्षा शुरू हो गई है. कई दावेदार तो प्रदेश अध्‍यक्ष और कई केंद्रीय मंत्रियों तक की दौड़ लगा रहे हैं. 


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