UP Politics: उत्तर प्रदेश में आगामी लोकसभा और निकाय चुनाव को लेकर बीजेपी अलर्ट मोड में आ गई है. लखनऊ प्रवास पर दो दिनों के लिए आए भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव बीएल संतोष ने मंथन कर पार्टी कार्यकर्ताओं के सामने निकाय और लोकसभा चुनाव की तैयारियों की पूरी योजना रखी और उन्हें एक्शन प्लान समझाया. भाजपा के पदाधिकारी लोकसभा चुनाव के लिए गांव-गांव जमीन तैयार करेंगे. वहीं, पार्टी टिकट वितरण में 'भाई-भतीजावाद' से दूरी बनाती दिखाई देगी. 


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आगामी छह महीने में निकाय चुनाव कराए जाएंगे लेकिन कार्यकर्ताओं को चुनाव कभी भी हो उसके लिए मजबूती के साथ तैयार रहना है. निकाय चुनाव के लिए मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान में नए मतदाताओं को जोड़ने, अवांछित मतदाताओं के नाम हटवाने, बूथ समितियों के गठन को लेकर जानकारी मांगी गयी. प्रत्येक बूथ पर सशक्त टीम गठित करें और उसे सक्रिय रखें. चुनाव कराना बूथ कमेटी की जिम्मेदारी होती है इसलिए वह मजबूत होनी चाहिए.विधायक भी बूथ पर जाकर प्रवास करें और बूथ की कमेटी के सदस्यों के साथ स्थानीय लोगों से उनकी समस्याओं और आवश्यकताओं पर संवाद करें.


उन्होंने कहा कि पार्टी के कार्यकर्ताओं ने विधानसभा चुनाव में बूथ स्तर तक सोशल मीडिया की सक्रिय टीम बनाई थी लेकिन उसके बाद शिथिलता आ गई, सोशल मीडिया पर लगातार सक्रिय रहें. पार्टी और सरकार के कार्यक्रमों को जनता के बीच पहुंचाएं. निकाय, पंचायत और विधानसभा चुनाव की मतदाता सूची एक होनी चाहिए, सरकार को इसके लिए कैबिनेट और विधानसभा स्तर से जो प्रस्ताव तैयार करना है वह किया जाए.प्रदेश में चाहें लोकसभा, विधानसभा, जिला पंचायतों के चुनाव हो, हर चुनाव में बीजेपी को जनता का आशीर्वाद मिला है. 


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उन्होंने कहा कि ऐसे में हम सभी की जिम्मेदारी बढ़ जाती है कि हम जनअपेक्षाओं के अनुरूप कार्य करते हुए बीजेपी सरकार की योजनाओं का लाभ हर पात्र व्यक्ति को मिले इसके लिए काम करना चाहिए. संगठन के विस्तार की प्रक्रिया को लगातार जारी रखते हुए हमें अपने-अपने दायित्वों का भी निर्वहन करना होगा. हर पात्र व्यक्ति तक सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए सरकार और जनता के बीच सेतु बनकर योजनाओं का लाभ जन-जन तक पहुचाएं.


निकाय चुनाव में भाई-भतीजावाद से दूर रहकर समर्पित कार्यकर्ताओं को टिकट देने पर बल दिया. स्थानीय समीकरणों में पार्टी कार्यकर्ता के फिट न बैठने पर ही अन्य विकल्प पर विचार करने के लिए कहा. पार्टी संगठन में समन्वय-संवाद बढ़ाने और सांगठनिक विस्तार पर जोर देते हुए ''सशक्त मंडल, सशक्त बूथ'' का मंत्र दिया. उन्होंने निकाय चुनाव में रिश्तेदारी के मोह में न फंस कर पार्टी के समर्पित कार्यकर्ताओं को टिकट देने की हिदायत दी. 


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जिलाध्यक्षों व जिला प्रभारियों से बीएल संतोष ने कहा कि आप सिर्फ बैठकें आयोजित करने वाले ईवेंट मैनेजर नहीं हैं. आप पर कार्यकर्ताओं के निर्माण की जिम्मेदारी है, जो वर्ग पार्टी से नहीं जुड़े हैं, उन्हें जोड़ने का दायित्व भी आप पर है. जिले में पार्टी संगठन में भी विभिन्न वर्गों के बीच संतुलन बनाएं, जिलाध्यक्ष/जिला प्रभारी मंडल प्रवास करें. भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष ने पार्टी के तमाम पदाधिकारियों को ये साफ कर दिया कि 2023 का साल बूथ स्तर पर मजबूती करने का साल है और यही वजह है कि की बीएल संतोष ने यूपी भाजपा को टास्क सौंप दिया है. 


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