अजब-गजब MP! झाबुआ में पंचायत सचिव ने स्वर्ग में साधा संपर्क, बना दिया मृतक का संबल कार्ड
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अजब-गजब MP! झाबुआ में पंचायत सचिव ने स्वर्ग में साधा संपर्क, बना दिया मृतक का संबल कार्ड

MP News-झाबुआ के पेटलवाद में पंचायत सचिव और दूसरे लोगों ने मिलकर कुछ अलग ही कारनामा कर दिया. पंचायत सचिव ने भ्रष्टाचार करने के लिए कुछ नया तरीका निकाला और मृतक के नाम से ही संबल योजना का कार्ड बना डाला. जिस श्रमिक का कार्ड बनाया गया है उसकी 4 महीने पहले ही मौत हो चुकी है. 

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Sambal Yojana: मध्यप्रदेश के झाबुआ से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां पंचायत सचिन ने सीधा स्वर्ग में संपर्क साध लिया. दरअसल पेटलावद जनपद पंचायत क्षेत्र में सरकारी काम में भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया है, जिसमें पंचायत सचिव समेत कई जिम्मेदार अधिकारी शामिल है. सभी ने भ्रष्टाचार की बहती हुई गंगा में हाथ धोएं हैं. सभी मिलकर एक मृतक श्रमिक का संबल कार्ड बना दिया. जबकि इस योजना का लाभ केवल जिंदा व्यक्ति को ही मिल सकता है. सरकार की चलाई गई यह योजना भ्रष्ट कर्मचारियों की निगाहों से दूर नहीं है.

क्या है पूरा मामला 
मामला टलावद जनपद पंचायत क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली धोलीखाली का है, जहां 2 अगस्त 2024 को सुखराम पिता बालू निनामा की मृत्यु हो जाती. सुखराम धोलीखाली गांव का रहने वाला था. उसकी मृत्यु के बाद पंचायत ने उसका मृत्यु प्रमाण पत्र बनाया जाता है. लेकिन 2 अगस्त को सुखराम की मौत के बाद पंचायत सचिव अनारसिंह ने 14 अगस्त को उसका संबल पोर्टल पर पंजीयन कर दिया. 17 अगस्त को पंजीयन का सत्यापन भी कर दिया गया और 21 अगस्त को मृतक सुखराम का संबल कार्ड बनकर तैयार हो गया.

सचिव ने झाड़ा पल्ला
मामला सामने आने के बाद पंचायत सचिव अनारसिंह से पूछताछ की गई तो उसने अपना पल्ला झाड़ लिया. अनार सिंह ने मामले में किसी और का नाम जोड़ दिया. उसने कहा कि मुझे इस मामले की कोई खबर नहीं है, मैंने एक लड़के को काम पर रखा है जो मेरा पूरा काम देखता है.  माना जा रहा है कि इस कारनामे में पंचायत सचिव के अलावा भी कई लोग शामिल हैं. 

जनपद स्तर पर होगी कार्रवाई
इस पूरे मामले में जिला पंचायत सीईओ का कहना है कि जानकारी मिलने के बाद हम इसकी तहकीकात कर रहे हैं. जनपद स्तर पर कार्रवाई की जाएगी. अगर जांच के दौरान मृतक का संबल कार्ड बना पाया जाता है तो पंचायत सचिव पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

संबल योजना क्या है

संबल योजना  मध्य प्रदेश राज्य सरकार द्वारा 2018 में आरंभ किया गया था . इस योजना के तहत सामान्य मृत्यु में 2 लाख की सहायता , दुर्घटना  मृत्यु में 4 लाख की सहायता, आंशिक दिव्‍यांगता में  1 लाख  की सहायता  और स्थायी दिव्‍यांगता सहायता योजना  में 2 लाख सहायता राशि श्रमिकों को आर्थिक सहायता के रूप में दी जाती है. इस योजना में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए संबंल योजना 2.0  के साथ पोर्टल  की शुरूआत की गई. संबंल योजना से  श्रमिकों  को कई तरह के सहायता और लाभ मिलते है, जो उनके न रहने पर भी उनके परिवार का पालन - पोषण करता रहे . संबंल योजना आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य  श्रमिकों के अचानक मृत्यु के बाद उनके परिजनों का देखभाल और उनहें आर्थिक सहायता प्रदान करना है.

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