नई दिल्ली/लखनऊ: समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शनिवार (28 जुलाई) को लखनऊ में हो रही है. बताया जा रहा है कि बैठक में बीएसपी से सीटों के तालमेल पर मंथन होगा. किन सीटों पर पार्टी को 2019 लोकसभा का चुनाव लड़ना चाहिए. बैठक में लोकसभा चुनाव समेत तीन राज्यों में होने जा रहे चुनाव का रोडमैप तैयार किया जाएगा. पार्टी की ओर से राजनीतिक और आर्थिक प्रस्ताव भी रखा जाएगा. इस पर बैठक में ही रिपोर्ट पेश की जाएगी. आपको बता दें कि अखिलेश यादव पहले ही कन्नौज से और मुलायम सिंह यादव के मैनपुरी से चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके हैं. 


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आपको बता दें कि पिछले साल अक्टूबर में पार्टी का राष्ट्रीय अधिवेशन आगरा में हुआ था. इसमें अखिलेश यादव को दूसरी बार राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया था. उसके बाद से यह सपा की पहली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक है. जैसा कि अखिलेश घोषणा कर चुके हैं, पार्टी 2019 का लोकसभा चुनाव गठबंधन कर लड़ेगी. समाजवादी पार्टी अगला लोकसभा चुनाव बीएसपी के साथ मिल कर लड़ेगी.


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लोकसभा चुनाव में कांग्रेस सपा और बसपा के साथ हाथ मिलाएंगी. अभी ये तय नहीं हुआ है. समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव कांग्रेस के बदले आरएलडी से चुनावी समझौते के पक्ष में हैं और मायावती गठबंधन में कांग्रेस को भी साथ रखना चाहती हैं. यूपी में लोकसभा की 80 सीटें हैं. अब तक तो पिछले चुनाव में दूसरे नंबर पर रही पार्टी को उस सीट से टिकट देने का फ़ार्मूला चल रहा है. लेकिन इसमें कई पेंच हैं.


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कुछ सीटें ऐसी हैं जहां एसपी पिछली बार दूसरे नंबर पर थी. लेकिन अगले चुनाव में पार्टी वहां से टिकट चाहती है. ऐसी ही कुछ सीटों पर बीएसपी की भी नजर है. जैसे मोहनलालगंज सुरक्षित लोकसभा सीट पर पिछली बार बीएसपी के आर के चौधरी दूसरे नंबर पर थे. अब वे एसपी में चले गए हैं. इसीलिए अखिलेश ये सीट उनके लिए चाहते हैं. कांग्रेस से पिछली बार सिर्फ सोनिया गांधी और राहुल गांधी ही जीत पाए थे. कांग्रेस को गठबंधन में कितनी सीटें मिल सकती हैं. समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में इस पर भी चर्चा हो सकती है.